छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शनिवार सुबह सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए हैं. इनमें से एक नक्सली पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था. यह राज्य में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की नक्सलियों से आत्मसमर्पण की अपील के बाद पहली बड़ी मुठभेड़ है.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) सुंदरराज पी. ने बताया कि यह मुठभेड़ सुबह करीब 9 बजे उस समय हुई जब सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम इलाके में नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी.
इस ऑपरेशन में जिला रिजर्व गार्ड (DRG) की बीजापुर और दंतेवाड़ा इकाइयों, स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन (202वीं और 210वीं) के जवान शामिल थे. मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने तीन नक्सलियों के शव बरामद किए. घटनास्थल से 12 बोर राइफल, सिंगल शॉट राइफल और अन्य हथियार और विस्फोटक सामग्री भी जब्त की गई है.
मारे गए नक्सलियों में एक की पहचान अनिल पूनेम के रूप में हुई है, जो कि माटवाड़ा लोकल ऑर्गनाइजेशन स्क्वॉड (LOS) का कमांडर और एरिया कमेटी का सदस्य था. पूनेम पर 5 लाख रुपये का इनाम था और वह जनवरी में अंबेली गांव के पास हुए आईईडी ब्लास्ट का मुख्य साजिशकर्ता था, जिसमें आठ सुरक्षा जवान और एक चालक शहीद हुए थे. अन्य दो नक्सलियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है. पुलिस उनकी शिनाख्त का प्रयास कर रही है.
आईजी सुंदरराज ने बताया कि साल 2025 में अब तक राज्य में कुल 138 नक्सली मारे जा चुके हैं, जिनमें से 122 नक्सली बस्तर डिवीजन में ही मारे गए हैं. बस्तर डिवीजन में सात जिले आते हैं, जिनमें बीजापुर भी शामिल है.
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 5 अप्रैल को दंतेवाड़ा दौरे के दौरान कहा था कि नक्सली हमारे अपने लोग हैं और किसी की मौत पर खुशी नहीं होती. उन्होंने नक्सलियों से हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटने की अपील की थी और कहा था कि सरकार नक्सलवाद के खात्मे के लिए प्रतिबद्ध है.