बिहार में वीर कुंवर सिंह की जयंती पर एक नई सियासी होड़ इस बात की शुरू हो गई कि किसने वीर कुंवर सिंह को सबसे ज्यादा सम्मान दिया. वीर कुंवर सिंह की जयंती पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भोजपुर जिले के जगदीशपुर में बड़ा आयोजन किया जिसमें गृह मंत्री अमित शाह ने भी शिरकत की. वहीं, नीतीश कुमार ने भी वीर कुंवर की स्मृति में अपनी सरकार के कार्य गिनाए. नीतीश के दावों पर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की ओर से तेजस्वी यादव ने पलटवार किया है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीर कुंवर सिंह की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की. सीएम नीतीश ने कहा कि उनकी सरकार ने वीर कुंवर सिंह का हमेशा सम्मान किया है. उनके नाम पर विश्वविद्यालय और गंगा नदी पर पुल का निर्माण कराया है. वीर कुंवर सिंह के नाम पर एक कृषि विश्वविद्यालय भी खोला गया है. नीतीश ने बाद में ये भी जोड़ा कि विश्वविद्यालय पहले से है.
सीएम नीतीश के इसी दावे को लेकर विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने जवाबी हमला बोल दिया. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री के दावों पर सवाल उठाए. उन्होंने ट्वीट करके कहा कि वीर कुंवर सिंह का सबसे ज्यादा सम्मान आरजेडी ने किया है. तेजस्वी यादव ने लिखा कि 1992 में लालू प्रसाद यादव के मुख्यमंत्री रहते आरा में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय की स्थापना हुई थी. उन्होंने कहा कि आरा और छपरा को जोड़ने वाले वीर कुंवर सिंह सेतु का निर्माण भी 2017 में हुआ जब उनकी सरकार थी.
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय को लेकर तेजस्वी का दावा सही बताया जा रहा है. सीएम नीतीश ने भी विश्वविद्यालय के पहले से होने की बात कही थी. 2017 में गंगा नदी पर बने वीर कुंवर सिंह सेतु का लोकार्पण तेजस्वी यादव के पथ निर्माण मंत्री रहते हुआ जरूर लेकिन इसके निर्माण की शुरुआत काफी पहले हो गई थी. उस समय तेजस्वी यादव की पार्टी सत्ता में नहीं थी.
बता दें कि सीएम नीतीश ने ये भी कहा था कि वे कब से चाहते थे कि वीर कुंवर सिंह की जयंती राष्ट्रीय स्तर पर मनाई जाए जिसे आज बीजेपी ने पूरा कर दिया. वीर कुंवर सिंह की गाथा पूरे देश को जानने की जरूरत है. आमतौर पर वीर कुंवर सिंह की जयंती के दिन राजकीय कार्यक्रम हुआ करते थे लेकिन इस बार 75 हजार से ज्यादा राष्ट्रीय ध्वज फहरा कर एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया गया.