बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने कोरोना टेस्ट को लेकर सवाल उठाया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि कोरोना टेस्ट में झोल है और सरकार आंकड़ों में हेराफेरी कर रही है.
तेजस्वी यादव ने एक ट्वीट में लिखा, बिहार में जब 10 हजार जांच हो रही थी तो 3000-3500 मरीज मिल रहे थे और अब 75 हजार जांच हो रही है तब भी लगभग 3500-4000 मरीज मिल रहे हैं. इसका सीधा मतलब है जांच में झोल-झाल हो रहा है,आंकड़ों की हेरा फेरी हो रही है. नीतीश जी अपनी जगहंसाई से बचने के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट की संख्या बढ़ा रहे हैं.
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तेजस्वी यादव ने गुरुवार को एक साथ कई ट्वीट किए और सरकार को कठघरे में खड़ा किया. तेजस्वी ने ट्वीट में लिखा, बिहार की नाकाम सरकार को छोड़ लगभग अधिकांश राज्यों ने RT-PCR जांच का दायरा बढ़ाने का काम किया है. तमिलनाडु में सभी टेस्ट RT-PCR द्वारा हुए हैं और रोजाना औसतन 67000 जांच किए जा रहे हैं. उसी प्रकार आंध्र प्रदेश में 27000, गुजरात में 20000 प्रतिदिन RT-PCR जांच हो रहे. नीतीश जी ने खुद माना है कि बिहार में RT-PCR जांच की संख्या सबसे कम है और पिछले एक हफ्ते के औसतन RT-PCR टेस्ट की बात करें तो वो 10% से भी कम है. स्वास्थ्यमंत्री ने सदन में 3 अगस्त को दावा किया था कि प्रतिदिन 52.9% RT-PCR जांच हो रही है.
नीतीश जी ने खुद माना है कि बिहार में RT-PCR जाँच की संख्या सबसे कम है और पिछले एक हफ्ते के औसतन RT-PCR टेस्ट की बात करें तो वो 10% से भी कम है।
स्वास्थ्यमंत्री ने सदन में 3 अगस्त को दावा किया था कि प्रतिदिन 52.9%RT-PCR जाँच हो रही है।
इस बाज़ीगिरी से बिहार कोरोना से लड़ रहा है। pic.twitter.com/OZwsWP22BI
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 13, 2020
तेजस्वी यादव ने एक और ट्वीट में लिखा, CM नीतीश कुमार बताएं Emergency Response & Health System Preparedness Package में मिले फंड्स का कितना पैसा खर्च हुआ और दूसरे किश्त में बिहार जैसे महत्वपूर्ण राज्य को बाहर क्यों रखा गया है, जबकि बिहार को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है? क्या डबल इंजन सरकार का यही फ़ायदा बिहार को मिला? इस बाज़ीगिरी से बिहार कोरोना से लड़ रहा है.
CM नीतीश कुमार बताएं Emergency Response & Health System Preparedness Package में मिले फंड्स का कितना पैसा खर्च हुआ और दूसरे किश्त में बिहार जैसे महत्वपूर्ण राज्य को बाहर क्यों रखा गया है जबकि बिहार को इसकी सबसे ज्यादा जरुरत है? क्या ड़बल इंजन सरकार का यही फ़ायदा बिहार को मिला? pic.twitter.com/QiDhWKj3PK
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 13, 2020
यह पहला मौका नहीं है जब तेजस्वी ने कोरोना को लेकर नीतीश सरकार पर हमला बोला है. इससे पहले भी कई बार ट्वीट कर तेजस्वी ने कोरोना टेस्ट की सच्चाई को लेकर सवाल उठाए हैं. तेजस्वी यादव की तरह बिहार में एनडीए की सहयोगी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी ने भी नीतीश सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. लोक जनशक्ति पार्टी ने कहा है कि प्रधानमंत्री की टिप्पणी के बाद हो सकता है बिहार में कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाए.