बिहार के दरभंगा में प्रसिद्ध श्यामा माई मंदिर में बलि प्रथा पर रोक का विवाद बढ़ता जा रहा है. बिहार राज्य धार्मिक न्यास द्वारा मां श्यामा परिसर में बलि (भेंट) प्रथा पर रोक लगाने की बात जैसे ही सामने आई, दरभंगा में इसका विरोध होने लगा है. बलि प्रथा रोक पर बजरंग दल ने नाराजगी जताई है. साथ ही बिहार धार्मिक न्यास के अध्यक्ष अखिलेश जैन का पुतला जलाया और उसे पद से हटाने की मांग की है.
दरअसल, बिहार धार्मिक न्यास के एक पत्र पर दरभंगा में बवाल मचा गया है. जारी किए गए पत्र के माध्यम से दरभंगा के प्रसिद्ध श्यामा माई मंदिर में बलि प्रथा पर रोक लगाने की बात कही गई है. इसके बाद मंदिर में बलि प्रथा पर पूरी तरह रोक लगा दी गई. इसके बाद श्यामा माई में आस्था रखने वाले ज्यादातर लोग इस फरमान के खिलाफ हो गए और न्यास बोर्ड के आदेश को तुगलकी फरमान बता रहे हैं.
अखिलेश जैन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
इसको लेकर दरभंगा में लगातार विरोध प्रदर्शन भी शुरू हो गया है. शनिवार को दरभंगा में बजरंग दल के लोगों ने बिहार धार्मिक न्यास के अध्यक्ष अखिलेश जैन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और नाका नंबर छह पर अखिलेश जैन का पुतला भी जलाया. दरभंगा के राहमगंज से जुलूस की शक्ल में बजरंग दल के लोगों ने अपने अपने हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर सड़क पर उतरे और अखिलेश जैन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. अंत में अखिलेश जैन का पुतला दहन कर अपना विरोध जताया.
अखिलेश जैन के आदेश को वापस लेने की मांग
प्रदर्शन में शामिल बजरंग दल के राजीव मधुकर ने बताया कि अखिलेश जैन को तुरंत धार्मिक न्यास से हटाया जाए. जैन पर सनातन धर्म का ज्ञान नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा कि जो सनातन धर्म का है ही नहीं, वो भला सनातन धर्म की पूजा पद्धति को क्या जान पाएगा. राजीव ने अखिलेश जैन से अपने आदेश को वापस लेने की मांग करते हुए श्यामा माई मंदिर में फिर से बलि प्रथा शुरू करने की मांग की. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के अनुसार पूजा पाठ की पद्दति से किसी भी प्रकार का छेड़छडा बर्दास्त नहीं किया जाएगा.