केंद्र सरकार की अग्निपथ स्कीम के खिलाफ बिहार सहित देश के अलग-अलग इलाकों में कई दिनों तक हिंसक प्रदर्शन हुए. बिहार में हिंसा के पीछे शुरुआती जांच में कोचिंग संस्थानों का कनेक्शन होने का दावा किया जा रहा है.
ऐसे में पुलिस ने इन कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. इस कड़ी में बिहार की राजधानी पटना में गुरु रहमान के गोपाल मार्केट स्थित कोचिंग पर पटना पुलिस ने छापेमारी की. हालांकि छापा पड़ने से पहले ही गुरु रहमान फरार हो गए.
बता दें कि गुरु रहमान के खिलाफ दानापुर में 17 जून को दंगा भड़काने का मामला दर्ज किया गया था. सोमवार को जब पटना पुलिस पूछताछ के लिए गुरु रहमान के कोचिंग पहुंची थी, तो वो वहां से गायब हो चुके थे.
पटना के पालीगंज में भी अग्निपथ योजना की आड़ में हिंसक प्रदर्शन को लेकर स्थानीय प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है. हिंसा में शामिल छात्रों की पहचान कर फ़ोटो जारी की गई है. वीडियो फुटेज के आधार पर इन छात्रों की पहचान की गई है.
पालीगंज एएसपी अवधेश सरोज ने बताया कि अग्निपथ योजना के विरोध में पालीगंज अनुमंडल में तोड़फोड़ और हंगामा को लेकर सोशल मीडिया और सीसीटीवी वीडियो फुटेज के आधार पर कई छात्रों की पहचान कर ली गई है.
हिंसा में शामिल जिन छात्रों की तस्वीरें जारी की गई हैं, उनके बारे में जो भी लोग पालीगंज प्रशासन को सूचना देंगे उनका नाम गुप्त रखा जाएगा.
लोगों से पालीगंज प्रशासन के सरकारी नंबर पर फोन कर जानकारी देने को कहा गया है. ऐसे लोगों को पुरस्कार देने का भी ऐलान किया गया है. प्रशासन ने आग्रह करते हुए कहा कि इस तरह की घटना में कोई भी छात्र शामिल ना हो, नहीं तो उनका भविष्य भी खराब भी सकता है.
गौरतलब है कि अग्निपथ योजना की आड़ में पालीगंज क्षेत्र में आक्रोशित छात्रों ने जमकर बवाल काटा था, यहां तक कि पालीगंज थाने की दो पुलिस वाहन सहित कई अन्य वाहनों को निशाना बनाते हुए आग के हवाले कर दिया था. इसके बाद पालीगंज प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए कई लोगों की पहचान की है.
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