बिहार की राजधानी के गांधी मैदान में विजयदशमी के दिन रावण दहन के दौरान मची भगदड़ की जांच रिपोर्ट जांच दल ने शुक्रवार को राज्य सरकार को सौंप दी. भगदड़ में 33 लोग मारे गए थे और 30 घायल हुए थे. मृतकों में अधिकांशत: महिलाएं व बच्चे थे.
मुख्य गृह सचिव आमिर सुबहानी ने कहा, 'हमने मुख्य सचिव को जांच रिपोर्ट सौंप दी है.' उल्लेखनीय है कि बिहार के गांधी मैदान में हुई भगदड़ की जांच के लिए बिहार सरकार ने दो सदस्यीय जांच दल का गठन किया था, जिसमें सुबहानी तथा अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे शामिल थे. सुबहानी तथा पांडे ने हालांकि तीन अक्टूबर को हुई भगदड़ के मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.
नाम जाहिर न करने की शर्त पर अधिकारियों ने कहा कि इस त्रासदी के लिए प्रशासन तथा अफवाहों को जिम्मेदार ठहराया गया है, लेकिन इसकी पुष्टि न तो सुबहानी ने की और न ही पांडे ने. जांच के दौरान सुबहानी तथा पांडे ने पटना के तत्कालीन जिलाधिकारी मनीष कुमार तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज का बयान दर्ज किया था. साथ ही उस दंडाधिकारी का भी बयान दर्ज किया था, जो गांधी मैदान में उस दिन ड्यूटी पर थे.
अधिकारियों के मुताबिक, जांच दल ने त्रासदी के लिए अपर्याप्त रोशनी तथा बाहर निकलने के लिए छोटे निकासद्वारों की ओर भी इशारा किया है. बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि यदि अधिकारियों को दोषी पाया जाता है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.
इनपुट: आईएएनएस से...