लोजपा सुप्रीमो और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि नरेंद्र मोदी और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को ‘एक ही सिक्के के दो पहलू’ बताते हुए आरोप लगाया कि देश में आतंकवाद आडवाणी जी कीबाबरी ढांचे को ध्वस्त करने संलिप्तता के कारण फैला.
पासवान ने कहा कि नीतीश सत्ता में बने रहने के लिए सांप्रदायिक ताकतों के साथ संबंध बनाए रखना चाहते हैं, क्योंकि मोदी को प्रधानमंत्री के तौर पर पेश करने पर भाजपा से नाता तोडने की बात कहकर अपनी बात पर कायम नहीं रहे.
बिहार के नवादा में पासवान ने कहा कि कर्नाटक, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ, कर्नाटक, दिल्ली और राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के परिणाम पर ही केंद्र की यूपीए-2 सरकार का भविष्य निर्भर है.
केंद्र में सत्तासीन सरकार द्वारा सर्मथन वापस लेने वाले राजनेताओं के खिलाफ सीबीआई के गलत इस्तेमाल के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर पासवान ने सीबीआई को अपने काम-काज में स्वतंत्रता प्रदान किए जाने की वकालत की.
लोजपा सुप्रीमो ने स्थानीय अंबेडकर छात्रावास का भी दौरा किया और उसके पुर्नउत्थान के लिए अपने सांसद निधि से दस लाख रुपये देने की घोषणा की. इस अवसर पर लोजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद सूरजभान सिंह भी उपस्थित थे.