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शहीद के जनाजे में नहीं पहुंचे नीतीश के मंत्री, JDU ने मानी बड़ी चूक

कश्मीर में शहीद हुए मुजाहिद खान का जब बिहार के आरा के पीरो गांव में अंतिम संस्कार हुआ, तब वहां बिहार सरकार का कोई मंत्री नहीं था. इसको लेकर नीतीश कुमार सरकार की तीखी आलोचना हुई है और असदुद्दीन ओवैसी ने इसको लेकर सवाल भी उठाए. इस मामले के तूल पकड़ने के बाद जेडीयू ने माना है कि बिहार सरकार से इस मामले में चूक हुई है.

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

कश्मीर में शहीद हुए मुजाहिद खान का जब बिहार के आरा के पीरो गांव में अंतिम संस्कार हुआ, तब वहां बिहार सरकार का कोई मंत्री नहीं था. इसको लेकर नीतीश कुमार सरकार की तीखी आलोचना हुई है और असदुद्दीन ओवैसी ने इसको लेकर सवाल भी उठाए. इस मामले के तूल पकड़ने के बाद जेडीयू ने माना है कि बिहार सरकार से इस मामले में चूक हुई है.

जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने आजतक से बातचीत में कहा कि शहीद के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होना एक तकलीफदेह चूक है, जिसका उन्हें अफसोस है. केसी त्यागी ने कहा कि जब किसी शहीद का पार्थिव शरीर घर पहुंचता है, तो कम से कम मंत्री स्तर के किसी व्यक्ति को श्रद्धांजलि देने के लिए वहां उपस्थित होना चाहिए. उन्होंने कहा कि मुजाहिद खान के मामले में ऐसा नहीं हुआ, जिसका उन्हें अफसोस है, लेकिन यह मानवीय चूक है. लिहाजा वो और उनकी पार्टी शहीद को नमन करते हैं.

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केसी त्यागी ने AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की इस बात के लिए आलोचना की कि वह पूरे मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत की सेना में धर्म और जाति को लेकर कोई भेद नहीं है. लिहाजा इस पर सियासत नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इसको लेकर खुद सेना ने जो बयान दिया है, उस पर असदुद्दीन ओवैसी को गौर करना चाहिए.

केसी त्यागी ने  कहा कि ओवैसी अगर ऐसा कह रहे हैं कि कोई मंत्री इसीलिए नहीं गया, क्योंकि मुजाहिद खान मुस्लिम थे, तो यह बेहद ही विषैला बयान है, जिसकी निंदा होनी चाहिए. त्यागी ने इस बात का भी खंडन किया कि बीजेपी के साथ आने के बाद जेडीयू की विचारधारा बदल गई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी से हाथ मिलाने के बाद भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शहीदों के कई कार्यक्रम में अपना सिर झुकाने गए हैं. इसलिए यह आरोप बेबुनियाद है.

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शहीदों को श्रद्धांजलि देने के मामले में बीजेपी के नेता भी किसी से कम नहीं है. लिहाजा यह सवाल नहीं उठाना चाहिए. बिहार के आरा में मुजाहिद खान का परिवार उनके अंतिम संस्कार में किसी भी मंत्री के नहीं पहुंचने से इतना आहत हुआ कि उन्होंने सरकार की तरफ से पांच लाख रुपये  का मुआवजा लेने तक से इंकार कर दिया.

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नीतीश के मंत्री पत्नी के साथ मनाते रहे वेलेंटाइन डे

वहीं, मुजाहिद खान का शव गांव पहुंचा, तो बिहार सरकार के खनन मंत्री विनोद सिंह अपने जिले भोजपुर में मौजूद नहीं थे. इस दौरान वो कटिहार स्थित घर पर पत्नी के साथ वेलेंटाइंस डे मना रहे थे. विनोद सिंह कटिहार के प्राणपुर से विधायक हैं. सोशल मीडिया पर विनोद सिंह की अपनी पत्नी निशा सिंह के साथ वेलेंटाइन डे मनाते हुए कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिसमें वो पत्नी के साथ मुस्कुराते हुए खड़े हैं और उनके हाथ में गुलाब का फूल है. मंत्री जी की तस्वीरें वायरल होने पर विवाद खड़ा हो गया है. हालांकि विवाद बढ़ने पर मंत्री विनोद सिंह ने इस पर सफाई दी.

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