बिहार के मुजफ्फरपुर में हुए मोतियाबिंद कांड में बीते तीन दिनों से जांच जारी है, लेकिन अभी तक सभी 65 लोगों का आंकड़ा नहीं मिल सका है. अभी भी कई लोग ऐसे हैं जो अपने घरों में कराह रहे हैं और उन्हें पता नहीं कि अब किया क्या जाए.
इन्हीं 65 लोगों में से एक जुमेराती मियां भी हैं, जो मुजफ्फरपुर जिले के मोमिनपुर के रहने वाले है. मियां काफी गरीब हैं और इन्हें किसी अस्पताल में भेजने की कोई जानकारी तक नहीं है. जब बिहार तक कि टीम इनके घर पहुंची तो आश्चर्य चकित रह गयी. पूरे राज्य में इस आई हॉस्पिटल कांड की चर्चा है, विधानसभा में भी हंगामा हो गया है लेकिन अभी तक जांच टीम के पास 65 लोगों का एक्चुल डाटा तक नहीं मिला है. वहीं सिविलसर्जन ने जल्द डाटा मिलने की बात कह रहे है.
गई 15 लोगों की आंखों की रोशनी
गौरतलब है कि बीते 22 नवंबर को मुजफ्फरपुर के आई हॉस्पिटल में कुल 65 लोगों की आंख का मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ था. इन लोगों में से ज्यादातर लोगों की आंखों में इंफेक्शन हो गया. इसके बाद बीते 29 नवंबर को कुछ पीड़ित मरीजों के परिजन अस्पताल में आकर हंगामा करने लगे और मीडिया में मामला सामने आया. बता दें कि इन 65 लोगों का आंखों में इस इंफेक्शन के चलते कुल 15 लोगों की हालत ऐसी बिगड़ी की इनकी आंख ही निकालनी पड़ गई.
मामले को लेकर विधानसभा में हंगामा
इसके बाद मामले को लेकर विधानसभा में भी हंगामा हुआ. सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार शर्मा ने ACMO के नेतृत्व में जांच टीम का गठन कर तीन दिनों में जाच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश जारी किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए पीड़ित मरीजों को SKMCH में इलाज कराने की व्यवस्था भी की गई. पूरे मामले पर सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार शर्मा ने बताया कि जो भी मरीज आ रहे हैं, उनके इलाज की व्यवस्था SKMCH में की गई है. अभी तक फाइनल रिपोर्ट नहीं आई है, इसलिए कोई एक आंकड़ा नहीं दिया जा सकता. डॉक्टर के मुताबिक अब तक 14 मरीज भर्ती हुए हैं जिनमें 11 मरीजों के संक्रमित आंख को ऑपरेशन कर निकाल दिया गया है, बाकी 4 मरीजों का ऑपरेशन भी जल्द कर दिया जाएगा.