नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ मिड-डे मील मामले पर सियासत तेज हो गई है. आरजेडी ने सड़कों पर आंदोलन छेड़ दिया है तो बीजेपी और भी ज्यादा हमलावर हो गई है. आजेडी ने पटना में इस मामले के विरोध में 'महाधरना' का आयोजन किया.
नीतीश सरकार पर बीजेपी ने हमले तेज कर दिए हैं. पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने मोदी ने सरकार से प्रशासनिक विफलताओं की जांच की मांग की है.
कभी नीतीश के खासमखास रहे सुशील मोदी ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार छोटे लोगों को बलि का बकरा बना रही है, जबकि इस बात की जांच तक नहीं करा रही है प्रशासनिक लापरवाही कैसे हुई.
सुशील मोदी ने उठाए सवाल
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने सवाल उठाए कि बच्चों को पटना लाने में 11 घंटे कैसे लगे? डॉक्टरों ने शुरुआत में गलत ट्रीटमेंट क्यों किया? जहर की हालत में बच्चों को एंटी वोमिटिंग दवा क्यों दी गई? बच्चों को एंबुलेंस के बजाय सिटी बस और मोटरसाइकिल पर लादकर क्यों लाया गया? अस्पताल लाने के क्रम में एंबुलेंस और बस में तेल क्यों खत्म हो गया? सुशील मोदी के मुताबिक, बच्चों को शुरुआती ट्रीटमेंट ही गलत किया गया, जिससे कई बच्चों की मौत हो गई.
सुशील मोदी ने कहा कि एक पहलू है कि वहां जहर किसने मिलाया? मोदी ने सरकार पर प्रिंसिपल पर गलत आरोप लगाकर फंसाने की कथित कोशिश को दुखद बताया. मोदी ने कहा कि इस मामले में छोटे लोगों को फंसाने की बजाय सरकार को जवाबदेह बनना चाहिए और मामले की पूरी जांच करानी चाहिए.