राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव का कहना है कि जीतन राम मांझी के पास जेडीयू के सीएम कैंडिडेट के लिए नीतीश कुमार का नाम लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. अगर बिहार के सीएम ऐसा नहीं करते तो नीतीश उन्हें पार्टी से ही निकाल देते.
दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा था कि अगर अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में आरजेडी-जेडीयू गठबंधन जीतता है तो नीतीश कुमार ही सीएम की कुर्सी पर बैठेंगे.
उनके इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए लालू यादव ने कहा, 'मांझी की लाचारी है. तभी तो ऐसा बयान दिया. उनकी पार्टी में जब विवाद चल रहा था, तभी तय हुआ था कि अगर उन्हें बहुमत मिलता है तो नीतीश कुमार सीएम बनेंगे. तो मांझी क्या बोलता? अगर वह ऐसा नहीं बोलता तो नीतीश अगले ही दिन उसे पार्टी से निकाल दिया होता.'
आपको बता दें कि बिहार में बीजेपी की बढ़ती लोकप्रियता को काटने के लिए जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस ने हाथ मिलाया है. इस महागठबंधन की पहली परीक्षा बिहार विधानसभा की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में होगी. समझौते के मुताबिक उपचुनाव में 10 में चार-चार सीटों पर आरजेडी और जेडीयू, जबकि दो सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेंगी. वहीं, बिहार में 2015 में विधानसभा चुनाव होंगे.