जनता दल यूनाइटेड (JDU) के पूर्व विधायक मनजीत सिंह जो पिछले कुछ समय से पार्टी से नाराज चल रहे थे उन्होंने बुधवार को पटना में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात की और 3 जुलाई को पार्टी में शामिल होने की घोषणा भी कर दी. बैकुंठपुर से पूर्व विधायक रहे मनजीत सिंह के इस फैसले से जनता दल यूनाइटेड खेमे में खलबली मच गई और उन्हें वापस पार्टी में लाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोशिशें शुरू कर दी.
आरजेडी में शामिल होने की घोषणा करने की 24 घंटे के अंदर ही मनजीत सिंह ने यू-टर्न ले लिया है और वापस से अपनी पुरानी पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हो गए.
मनजीत सिंह को मनाने के लिए नीतीश ने उतारी नेताओं की फौज
मनजीत सिंह कि अपने क्षेत्र में कितनी धमक है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनको मनाने के लिए नीतीश कुमार ने दूत के रूप में मंत्री लेसी सिंह समेत पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह और जेडीयू के वरिष्ठ नेता राणा रणधीर सिंह को गोपालगंज भेजा. ऐसा लग रहा है कि नीतीश कुमार अपने मिशन में कामयाब भी हो गए हैं.
इस बात की जानकारी मिली है कि लेसी सिंह से बात करने के बाद मनजीत सिंह की नाराजगी खत्म हो गई है और वह नीतीश कुमार से मिलने के लिए उनके साथ गोपालगंज से पटना रवाना हो गए हैं. सूत्रों के मुताबिक कल रात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद मनजीत सिंह से फोन पर तकरीबन 1 घंटे तक बात की और उन्हें आरजेडी में शामिल नहीं होने के लिए मनाते रहे.
2020 विधानसभा चुनाव में बैकुंठपुर सीट बीजेपी के पाले में चली गई थी जिस कारण से मनजीत सिंह नाराज हो गए थे और उन्होंने वहां से निर्दलीय चुनाव लड़ा. चुनाव में बैकुंठपुर से आरजेडी की जीत हुई थी क्योंकि मनजीत सिंह ने बीजेपी उम्मीदवार मिथिलेश तिवारी का वोट काटकर भारी नुकसान पहुंचाया था.
चुनाव में मिली हार के बाद मनजीत सिंह को इस बात की उम्मीद थी कि नीतीश कुमार उन्हें एमएलसी बनाएंगे मगर जब ऐसा भी नहीं हुआ तो उन्होंने बुधवार को पार्टी छोड़कर आरजेडी में शामिल होने की घोषणा कर दी थी. बता दें कि पूर्व में मनजीत सिंह नीतीश कुमार के काफी करीबी रहे हैं और गोपालगंज की राजनीति में उनकी अच्छी खासी पकड़ है.