नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार स्वास्थ्य सुविधाओं में फिसड्डी है. नीति आयोग की इस रिपोर्ट को लेकर बिहार में अब सियासी संग्राम शुरू हो गया है. पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नीति आयोग की रिपोर्ट को खारिज कर दिया. वहीं अब विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के पुत्र और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश पर पलटवार किया है.
नीतीश कुमार पर तंज करते हुए तेजस्वी यादव ने भ्रष्टाचार का भीष्म पितामह और बिहार का एडिटर इन चीफ बता दिया. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह और बिहार के एडिटर इन चीफ नीतीश कुमार कल कह रहे थे कि 30 साल पहले बिहार के अस्पतालों में कुत्ते बैठते थे. लगता है नीतीश कुमार को थकने के अलावा आंखों से दिखाई और कान से सुनाई देना भी बंद हो गया है.
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए पिछले कुछ साल के समाचार पत्रों में छपी खबरों की कटिंग भी साझा की जिनमें अस्पतालों में कुत्ते घूमने की खबरें छपी थीं. उन्होंने कहा कि ये खबरें नीतीश कुमार को दिखा और सुना दी जाएं. तेजस्वी ने नीतीश कुमार से समाचार पत्रों की कटिंग साझा करने के बाद सवाल उठाया कि क्या इसके बाद भी नीतीश कुमार कह पाएंगे कि नीति आयोग की रिपोर्ट झूठी है. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार कि इस खुशफहमी ने ही बिहार को बर्बाद कर दिया.
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ये प्रतिक्रिया नीतीश कुमार के उस बयान पर दी जिसमें उन्होंने नीति आयोग की रिपोर्ट को खारिज कर दिया था. नीतीश कुमार ने दावा किया था कि उनके शासनकाल में प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था सुदृढ़ हुई है जबकि लालू-राबड़ी शासनकाल के दौरान अस्पतालों में कुत्ते घूमा करते थे. नीतीश के इसी दावे को लेकर तेजस्वी ने उन पर हमला किया.