बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही सरकार बचाए रखने में सफल रहे थे, लेकिन उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) सीटों के लिहाज से विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और गठबंधन सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बाद तीसरे नंबर पर चली गई थी. नीतीश का पूरा ध्यान पार्टी को मजबूत बनाने पर है, वहीं दूसरे दलों के नेताओं के जेडीयू में आने का सिलसिला भी चल रहा है.
इन सबके बीच जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी मंत्री जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी से मुलाकात की है. लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के सांसद चंदन सिंह ने भी सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की. कन्हैया और चंदन की मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का तूफान आ गया है.
कन्हैया कुमार और चंदन सिंह की जेडीयू नेताओं से मुलाकात को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा कि हम सबको साथ लेकर चलते हैं, किसी को छोड़ते नहीं. उन्होंने बगैर कोई सीधा जवाब दिए कहा कि जेडीयू विचारधारा की पार्टी है. जेडीयू अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी सोच की कई पार्टियां हैं लेकिन वो वंशवादी हो गई हैं.
आरसीपी सिंह ने कहा कि जेडीयू एकमात्र ऐसी पार्टी है, जहां अगर आपमें मेधा है तो आप कोई भी पद प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि हम तो बिहार के हर युवा और हर महिला से जेडीयू के साथ जुड़ने की अपील करते हैं. जेडीयू अध्यक्ष ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में पार्टी नेताओं के शामिल होने से संबंधित सवाल पर कहा कि अभी हमारा ध्यान बिहार पर है. उन्होंने साथ ही यह भी जोड़ा कि जब केंद्र की बात आएगी तब देखा जाएगा.