देशभर में कोरोना के बढ़ते मरीज चिंता का विषय बन गए हैं. इस बीच खतरे की बात यह भी है कि जिस मेडिकल स्टाफ पर लोग निर्भर होते हैं वे भी बड़ी संख्या में कोरोना की चपेट में आ रहे हैं. बिहार के बाद पश्चिम बंगाल से ऐसी खबर आई है, जिसमें कोरोना ने बड़ी संख्या में मेडिकल स्टाफ को चपेट में ले लिया है.
कोलकाता के एन.आर.एस अस्पताल में लगभग 70 चिकित्सक और स्टाफ कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. इनमें डॉक्टर्स, जूनियर डॉक्टर्स और नर्स शामिल हैं. यह अस्पताल कोलकाता के बड़े सरकारी अस्पतालों में से एक है. इसके अलावा कोलकाता के चित्तरंजन शिशु सदन अस्पताल और कई दूसरे अस्पतालों में भी कई चिकित्सक कोरोना संक्रमित हैं.
इससे पहले रविवार को बिहार की राजधानी पटना में एनएमसीएच (NMCH) में 84 डॉक्टर कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. हॉस्पिटल के 194 डॉक्टरों की RT-PCR जांच करवाई गई थी. जिसमें से 84 डॉक्टर्स संक्रमित मिले. इससे पहले 17 अन्य डॉक्टर कोरोना संक्रमित मिले थे. ये 17 डॉक्टर उस कार्यक्रम का हिस्सा थे जिसमें सीएम नीतीश भी शामिल हुए थे. ये कार्यक्रम 28 दिसंबर को हुआ था. इसी कार्यक्रम में सीएम नीतीश ने कहा था कि बिहार में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है. इसके अलावा अंडमान से पटना पहुंचे दो अन्य डॉक्टर भी कोरोना संक्रमित मिले थे.
सीएम नीतीश के जनता दरबार में आए 6 लोग कोरोना पॉजेटिव
बिहार में कोरोना के मामले बढ़ने अभी रुके नहीं हैं. सोमवार को सीएम नीतीश कुमार के जनता दरबार में शामिल होने पहुंचे 6 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं. जनता दरबार में जाने से पहले एंटीजेन टेस्ट होता है, इस दौरान से लोग संक्रमित मिले थे. सभी सासाराम से आए थे.