भारत में कोरोना महामारी की त्रासदी अभी भी चरम पर है. लाशों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच, बिहार की राजधानी पटना से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक निजी अस्पताल में कोरोना संक्रमित महिला की मौत हो गई है. महिला की मौत के बाद अब पटना के पारस अस्पताल को बंद करने की मांग सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है.
महिला की मौत के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. हालांकि मृतक की बेटी की शिकायत पर पुलिस ने पारस अस्पताल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. लोग सोशल मीडिया पर मृतक महिला के लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं.
इस मामले में मृतक महिला की बेटी की शिकायत पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 166बी 336 354ए 506 509 और 34 केस दर्ज किया है. अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही और मरीज को गलत दवा देकर मार देने तथा 3 वार्ड ब्वॉय पर छेड़खानी, बदसलूकी का आरोप है.
हालांकि इस मामले में अब अस्पताल प्रबंधन की तरफ से भी सफाई दी गई है. उनकी तरफ से कहा गया है कि icu इंचार्ज के पास युवती की शिकायत पर जांच के लिए हमलोगों ने एक इंटरनल टीम बनाई. जांच में इस तरह की कोई घटना नहीं पाई गई है.
बता दें कि मृतक नालंदा की रहने वाली थी और आंगनबाड़ी सेविका थी. मृतक की बेटी ने कहा है कि बदसलूकी की घटना को दबाने के लिये मेरी मां को गलत दवा देकर मारा गया है. ऐसे अस्पताल को बंद कर मर्डर का केस चलना चाहिए,
15 मई को पीड़िता को पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उसे आईसीयू में रखा गया था. 17 मई को महिला की बेटी ने वीडियो जारी कर आरोप लगाया था कि 16 मई की रात को उसकी मां के साथ छेड़खानी हुई है.
पारस अस्पताल प्रबंधन ने अंतरिम जांच के बाद कहा था कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
बेटी का आरोप है कि उसकी मां के साथ 17 मई को यह घटना हुई है. बेटी के मुताबिक उसी दिन से उसकी मां की तबीयत बिगड़ने लगी. मृतक महिला की बेटी ने कहा कि अस्पताल में शिकायत भी की गई लेकिन उन्होंने इसपर ध्यान नहीं दिया.
वीडियो वायरल होने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने भी अपना पक्ष रखते हुए आरोपों का खंडन किया और कहा कि हम जांच में सहयोग करेंगे.
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