बहुचर्चित संस्थान ‘सुपर 30’ का जलवा इस साल भी कायम रहा और शुक्रवार को घोषित आईआईटी नतीजों के अनुसार इसके 30 में से 28 छात्र इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सफल रहे.
जानेमाने गणितज्ञ आनंद कुमार ने 2002 में ‘सुपर 30’ की स्थापना की थी.
इसमें समाज के कमजोर तबकों के छात्रों को निशुल्क आईआईटी प्रवेश परीक्षा के लिए कोचिंग दी जाती है. यहां छात्रों के रहने और खाने की भी निशुल्क व्यवस्था की जाती है.
कुमार ने कहा, ‘सुपर 30 के 28 छात्र जो सफल रहे हैं, वे समाज के वंचित वर्ग से आते हैं.’
उत्तर प्रदेश के श्रमिक रामप्यारे का पुत्र भानू भी इन 28 छात्रों में से एक है. भावुक भानू ने कहा, ‘कई बार मेरे परिवार को भूखे ही रहना पड़ता था.’
समस्तीपुर के एक भूमिहीन किसान के पुत्र प्रणव कुमार के अलावा हाजीपुर के अंकित ने भी प्रवेश परीक्षा में कामयाबी हासिल की है. अंकित के पिता की पिछले साल सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी थी.
अंकित ने कहा, ‘मुझे किसी प्रकार सुपर 30 की जानकारी मिली और मैं इसका स्क्रीनिंग टेस्ट पास करने में सफल रहा. यहां मुझे एक नए पिता मिले और आनंद सर तथा उनके परिवार ने जिस प्रकार मेरी देखभाल की, मुझे कभी नहीं लगा कि मैं घर से दूर हूं.’