बिहार में लालू यादव, नीतीश कुमार और कांग्रेस का गठजोड़ बीजेपी के खिलाफ कितना कारगर साबित हुआ, यह सोमवार को पता लग जाएगा. बिहार विधानसभा की दस सीटों के लिए गत 21 अगस्त को हुए उपचुनाव के नतीजों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. इस उपचुनाव को प्रदेश में अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के ‘सेमीफाइनल’ के रूप में देखा जा रहा है.
बिहार विधानसभा की दस सीटों हाजीपुर, छपरा, मोहिउद्दीनगर, परबत्ता, भागलपुर, राजनगर (एससी), जाले, मोहनिया (एससी), नरकटियागंज और बांका पर हुए उपचुनाव में भाग्य आजमा रहे 94 उम्मीदवारों के नसीब का फैसला सोमवार को हो जाएगा.
अतिरिक्त मुख्य निर्वाची पदाधिकारी आर. लक्ष्मण ने बताया कि संबंधित विधानसभा क्षेत्रों के जिला मुख्यालयों पर बनाए गए मतगणना केंद्रों पर सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी. इसे लेकर तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
उन्होंने बताया कि इन मतगणना केंद्रों पर तीन अर्धसैनिक बलों और बिहार सैन्य बलों की तैनाती के साथ मतगणनाकर्मियों को प्रशिक्षण दिए जाने के बाद उन्हें अपने-अपने मतगणना केंद्रों के लिए रवाना कर दिया गया है.
हालांकि इस उपचुनाव को लेकर मतदाता उतने उत्साहित नहीं दिखे क्योंकि सिर्फ 47 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
बिहार विधानसभा की इन दस सीटों के उपचुनाव में आपसी तालमेल के साथ जेडीयू और आरजेडी ने चार-चार सीटों पर और कांग्रेस ने दो सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं जबकि बीजेपी-एलजेपी के बीच हुए तालमेल के तहत बीजेपी ने नौ और एलजेपी ने एक सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं.