कोसी और सीमांचल क्षेत्र के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में रविवार और सोमवार के दौरान ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई कि पूरे अस्पताल में 24 घंटे के लिए बिजली गुल दिखी. दरअसल, रविवार की शाम को भीषण आंधी तूफान के बीच अस्पताल में बिजली कट गई जो तकरीबन 24 घंटे के बाद सोमवार की शाम को ही बहाल हो पाई.
कोविड अस्पताल में बिजली गुल
ऐसे में सवाल उठ रहा है कि जब देश में महामारी को लेकर आपातकाल जैसे हालात हैं और मधेपुरा का यह मेडिकल कॉलेज कोविड-19 अस्पताल के तौर पर काम कर रहा है तो फिर ऐसे में आखिर 24 घंटे तक बिजली गुल रहना है ना केवल हैरानी की बात है बल्कि यहां पर इलाजरत मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ भी है. दरअसल, सोमवार को जब आजतक की टीम मधेपुरा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ. जी के मिश्रा से अस्पताल में मानव संसाधन की कमी और ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर बात करने के लिए मिलने पहुंची तो पाया कि उनके ऑफिस में बिजली गुल है.
आंधी के बाद बिजली कटी, 24 घंटे रही गायब
जब प्रिंसिपल साहब से सवाल पूछा गया कि बिजली केवल उनके ऑफिस में ही गुल है या फिर पूरे अस्पताल में ही बिजली नहीं है तो उन्होंने कहा कि पूरे अस्पताल में ही बिजली नहीं है. उन्होंने बताया कि रविवार की शाम को आए आंधी तूफान के कारण बिजली गुल है जो सोमवार के दोपहर 2 बजे तक बहाल नहीं हुई. जब उनसे सवाल पूछा कि आखिर किस तरीके से बिना बिजली अस्पताल में इलाज चल रहा है, तो उन्होंने बताया कि पूरा अस्पताल जनरेटर पर ही पिछले 18 घंटे से चल रहा है.
प्रशासन ने क्या सफाई दी है?
प्रिंसिपल साहब से जब यह सवाल पूछा गया कि आखिर क्यों 18 घंटे से बिजली बहाल नहीं की गई है तो इसकी वजह जो उन्होंने बताई वो पूरी तरीके से बिहार सरकार में फैली लालफीताशाही की पोल खोल कर रख देने वाली है. प्रिंसिपल डॉक्टर जी के मिश्रा ने बताया उन्होंने बिजली विभाग को बिजली बहाल करने के लिए कहा है मगर बिजली विभाग ने उनसे कहा कि इस अस्पताल में बिजली के रखरखाव ( मेंटेनेंस) का काम L&T कंपनी को करना है जिसने इस अस्पताल का निर्माण भी किया है. इसके बाद डॉ. जी के मिश्रा ने बताया कि उन्होंने L&T कंपनी के लोगों से भी बात करके बिजली बहाल करने की बात कही तो उनकी तरफ से भी बताया गया कि उनके पास कोई कर्मचारी नहीं है और बहुत सारे लोग बीमार हैं.
एक दूसरे पर डाली जिम्मेदारी
डॉ. जी के मिश्रा के मुताबिक बिजली विभाग और L&T कंपनी के बीच में विवाद की स्थिति के कारण ही अस्पताल में बिजली बहाल नहीं हो पा रही है. प्रिंसिपल साहब ने बताया कि “अस्पताल में जनरेटर से बिजली आपूर्ति की जा रही है क्योंकि बहुत सारे मरीज वेंटिलेटर पर भी हैं. हम लोग लेकिन बिना बिजली के ही रह रहे हैं. बिजली विभाग और L&T कंपनी जो रखरखाव का काम करती है दोनों के बीच समन्वय की कमी के कारण ये हालात हैं. बिजली का पूरा पैसा पहले से ही जमा है मगर फिर भी ऐसे हालात हैं. आंधी तूफान के बाद दोनों एक दूसरे पर बिजली ठीक करने को लेकर जिम्मेदारी थोप रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक आखिरकार जब जिला प्रशासन को इस बारे में जानकारी मिली तो बताया जा रहा है कि सोमवार की रात को अस्पताल में बिजली बहाल कर दी गई यानी कि पूरे 24 घंटे के बाद.