शपथग्रहण के 17 दिनों बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 11 मार्च को विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे. इससे एक दिन पहले यानी 10 मार्च को मुख्यमंत्री आवास पर विधायक दल की बैठक होगी.
इस फ्लोर टेस्ट में जनता दल यूनाइटेड को राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का समर्थन हासिल है. दूसरी तरफ पार्टी के कई बागी विधायक पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के हक में वोट कर सकते हैं.
इससे पहले मांझी को 20 फरवरी को विधानसभा में बुहमत साबित करना था. लेकिन ऐन मौके पर उन्होंने सभा में जाने के बजाय सीधे राजभवन जाकर अपना इस्तीफा पेश कर दिया.
विधानसभा की दलगत स्थिति साफ संकेत दे रही है कि नीतीश कुमार बहुमत साबित करने में सफल होंगे. 243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा में जेडीयू के 115 विधायक हैं. इसके अलावा पार्टी को आरजेडी के 24 विधायक, कांग्रेस के पांच, दो निर्दलीय और भाकपा के इकलौते विधायक समर्थन देंगे.
भारतीय जनता पार्टी के पास 88 विधायक हैं. बीजेपी को तीन निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन हासिल है.