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बिहार: 100 हुई चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों की संख्या, मोतिहारी भी चपेट में

बिहार में चमकी बुखार से मरने वालों की संख्या 100 हो गई है. चमकी बुखार से पीड़ित मासूमों की सबसे ज्यादा मौतें मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल में हुई हैं.

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अस्पतला में भर्ती चमकी बुखार से पीड़ित (फोटो-नदीम आलम)
अस्पतला में भर्ती चमकी बुखार से पीड़ित (फोटो-नदीम आलम)

बिहार में  एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (AES) यानी चमकी बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, इस बुखार से मरने वालों की संख्या बढ़कर 100 पहुंच गई है. मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (एसकेएमसीएच) और केजरीवाल अस्पताल में 375 बच्चे एडमिट हैं.

चमकी बुखार से पीड़ित मासूमों की सबसे ज्यादा मौतें मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल में हुई हैं. वहीं चमकी बुखार की आंच अब मोतिहारी तक पहुंच गई है, जहां एक बच्ची बुखार से पीड़ित है.

चमकी बुखार के रोकथाम को लेकर अब तक जो भी प्रयास किए जा रहे हैं वो स्थिति को देखते हुए नाकाम साबित हो रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन पूरी टीम के साथ रविवार को मुजफ्फरपुर पहुंचे और डॉक्टरों को क्लीन चिट देते हुए कहा कि अस्पताल पूरी कोशिश कर रहा है.

हर्षवर्धन ने कहा, बीमारी की पहचान करने के लिए शोध होना चाहिए, जिसकी अभी भी पहचान नहीं है. उन्होंने कहा कि इस बीमारी के प्रकोप को कंट्रोल करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर काम करना चाहिए और प्रभावित इलाकों के सभी बच्चों का टीकाकरण किया जाना चाहिए. साथ ही लोगों को बीमारी के बारे में जागरूक करने की जरूरत है.

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हर्षवर्धन ने कहा कि केंद्र सरकार स्थिति को नियंत्रित करने, उचित उपचार करने और इसके लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा विकसित करने के लिए राज्य को वित्तीय मदद के साथ सभी संभव मदद करेगी.

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