बिहार में होने वाले 1 लोकसभा और 2 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनावों में प्रचार का आखिरी दिन है. अररिया लोकसभा और जहानाबाद और भभुआ विधानसभा सीटों के लिए 11 मार्च को वोट डाले जाएंगे.
चुनाव प्रचार के आखिरी दिन आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट करके वोटरों से अपील की- इन उपचुनावों में आपके वोटों के साथ ठगी करने वाले ठग और वादाखिलाफ़ी करने वाले जुमलेबाजों को उपचुनाव में सबक सिखाएं.
आपके वोटों के साथ ठगी करने वाले ठग और वादाखिलाफ़ी करने वाले जुमलेबाजों को उपचुनाव में सबक़ सिखायें। pic.twitter.com/wTlMgpuFQr
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 9, 2018
लालू द्वारा निर्मित मूर्तियां तोड़वाएंगे नीतीश
वहीं देश के विभिन्न राज्यों में लेनिन, पेरियार, अंबेडकर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और गांधी की प्रतिमाओं को तोड़े जाने के मुद्दे पर ट्विटर पर लिखते हुए तेजस्वी ने इस बात की आशंका जताई. उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब भाजपाई सहयोग से नीतीश कुमार बिहार के कोने-कोने में लालू प्रसाद द्वारा निर्मित अनगिनत अंबेडकर, गांधी, लोहिया, जेपी,कर्पूरी ठाकुर,भिखारी ठाकुर और बी.पी. मंडल की मूर्तियां तुड़वाएंगे.
सत्ता में बने रहने के लिए कुछ भी कर सकते हैं नीतीश
तेजस्वी ने कहा कि सत्ता में बने रहने के लिए नीतीश कुमार कुछ भी कर सकते हैं. ऐसे भी बहुरूपियों से सावधान रहना चाहिए.
वह दिन दूर नहीं जब भाजपाई सहयोग से नीतीश कुमार बिहार के कोने-कोने में लालू जी द्वारा निर्मित अनगिनत अंबेडकर, गांधी, लोहिया, जेपी, कर्पूरी ठाकुर, भिखारी ठाकुर और बी.पी. मंडल की मूर्तियाँ तुड़वायेंगे।
नीतीश जी सत्ता के लिए कुछ भी कर सकते है।बिहार को ऐसे बहुरूपियों से सतर्क होना होगा
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 9, 2018
तेजस्वी ने आशंका जताई कि सामंती संघी भाजपाई मानसिकता के लोग जब अंबेडकर, पेरियार, गांधी और लेनिन की मूर्ति तुड़वा सकते हैं तो वह लोग कर्पूरी ठाकुर, लोहिया, जे पी, मंडल और कांशीराम की भी मूर्ति तुड़वा सकते हैं. तेजस्वी ने कहा कि देश हित के लिए ऐसी ताकतों को चुनावों में पराजित करना अति आवश्यक है.
गौरतलब है कि 11 मार्च को होने वाले उपचुनाव में आरजेडी अररिया लोकसभा और जहानाबाद विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रही है और सहयोगी दल कांग्रेस भभुआ सीट पर. बिहार में होने वाले उपचुनाव काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि तेजस्वी यादव अपने पिता लालू प्रसाद यादव की अनुपस्थिति में स्वतंत्र रूप से पार्टी की प्रचार- प्रसार का काम कर रहे हैं. यह उपचुनाव तेजस्वी यादव के लिए एक तरीके से लिटमस टेस्ट भी है.