scorecardresearch
 

बीजेपी कार्यकर्ताओं ने फूंका कांग्रेस नेताओं का पुतला, जेएनयू को बंद करने की रखी मांग

बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी और लोक जनशक्ति पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का पुतला फूंका गया.

Advertisement
X
जेएनयू को बंद करने की रखी मांग
जेएनयू को बंद करने की रखी मांग

बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी और लोक जनशक्ति पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का पुतला फूंका गया. दशहरे के मौके पर जिस तरीके से दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रावण रूपी पुतला फूंका गया उसके विरोध में बीजेपी और एलजेपी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेताओं के पुतले फूंके.

गौरतलब हो कि दशहरा के मौके पर जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के अंदर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, योग गुरु बाबा रामदेव, बीजेपी नेता साध्वी प्राची, बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ और नाथूराम गोडसे का पुतला दहन किया था. पुतला दहन करने के दौरान एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की. इस पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए जवाहरलाल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने जांच के आदेश दे दिए.

Advertisement

पटना में बीजेपी और एलजेपी के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेताओं के पुतले फूंकने के साथ मांग रखी है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी छात्र संगठन की इस हरकत के लिए माफी मांगे. एलजेपी के कार्यकर्ता कृष्ण सिंह ने कहा कि 'जेएनयू के अंदर जो घटना घटी है वह बेहद शर्मनाक है प्रधानमंत्री का पुतला फूंकना उनका अपमान करने जैसा है. हम पुतला फूंकने के विरोधी नहीं है जिस तरीके से प्रधानमंत्री को रावण के रूप में दिखाया गया वह अपमानजनक है और इसके लिए सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए.'

वहीं दूसरी और बीजेपी कार्यकर्ताओं की मांग है कि पिछले कुछ दिनों में जिस तरीके से जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में राष्ट्रविरोधी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं उस को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय को तुरंत बंद कर देना चाहिए.

Advertisement
Advertisement