बिहार में तेज पछुआ हवा के कारण अगलगी की अलग-अलग घटनाओं में मुंगेर, पश्चिम चंपारण, पटना, समस्तीपुर सहित अन्य जिलों में 11 लोगों की मौत हो गई तथा 2 हजार से अधिक घर जलकर राख हो गए. इन घटनाओं में करोड़ों रुपये की संपत्ति का नुकसान होने का अनुमान है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पश्चिम चंपारण जिले के चनपटिया थाना अंतर्गत मिसरौली गांव में चूल्हे से निकली चिंगारी से फैली आग के कारण 200 घर जलकर राख हो गये. इस हादसे में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गयी.
पटना के गर्दनीबाग इलाके में शार्ट सर्किट के बाद तड़के एक कच्चे घर में अगलगी में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गयी. समस्तीपुर में सरायरंजन प्रखंड में चकवा गांव में 30 कच्चे घर जलकर राख हो गये और 45 वर्षीय महिला प्रमिला देवी और आठ वर्षीय रमेश कुमार की मौत हो गयी.
सबसे अधिक अगलगी के कारण नुकसान मुंगेर और बेगूसराय जिले की सीमा पर स्थित बहादुरनगर गांव में हुआ जहां दियारा क्षेत्र में 1000 से अधिक घर जलकर राख हो गये. डेढ किलोमीटर दायरे में फैली हजारों एकड में लगी गेहूं की फसल नष्ट हो गयी. यहां चार लोग झुलस गये. सूबे में बह रही पछुआ हवाओं ने चिंगारी से फैली आग को विकराल बना दिया जिससे भारी नुकसान हुआ है.