आपने अक्सर डॉक्टर्स से या फिर लैब टेस्ट की रिपोर्ट में 'लिपिड प्रोफाइल' का नाम जरूर सुना होगा. आपके घर में पैरेन्ट्स या दादा-दादी ने कई बार ये टेस्ट कराया भी होगा. इस नाम को सुनकर आम इंसान को तो समझ नहीं आता कि आखिर लिपिड प्रोफाइल क्या होती है और इससे शरीर के कौन से फंक्शन के बारे में पता चलता है. तो आइए आज हम आपको लिपिड प्रोफाइल के बारे में सारी जानकारी देते हैं जिसे जानने के बाद आप उसके बारे में आसानी से जान लेंगे और रिपोर्ट भी पढ़ पाएंगे.
लिपिड प्रोफ़ाइल क्या है?
लिपिड प्रोफाइल खून में मौजूद कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड, HDL (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) और LDL (बुरा कोलेस्ट्रॉल) का टेस्ट होता है. यह टेस्ट बताता है कि शरीर में अच्छे और बुरे फैट का बैलेंस कैसा है और आपका हार्ट कितना सुरक्षित है.
उदाहरण से समझिए कि आपका शरीर एक शहर है और उस शहर का सबसे बड़ा गुंडा कोलेस्ट्रॉल है. अब इस गुंडे का साथी है ट्राइग्लिसराइड. गुंडा (कोलेस्ट्रॉल) और उसके साथी (ट्राइग्लिसराइड) का काम है, सड़कों पर घूमना, गड़बड़ करना और रास्ते बंद करना. ये वही रास्ते हैं जिनका सीधा कनेक्शन आपके हार्ट से है. जैसे ही ये गुंडों की मात्रा बढ़ने लगती है तो हार्ट तक जाने वाले रास्ते बंद होने लगते हैं और खतरा भी बढ़ने लगता है.
HDL: शहर का पुलिसवाला
HDL को भी उदाहरण से समझते हैं कि मान लीजिए शहर (शरीर) ने इन गुंडों की निगरानी के लिए एक अच्छा पुलिसवाला भी रखा है जिसका नाम है HDL. ये इन गुंडों को पकड़कर जेल (लिवर) में डालता है और फिर लिवर (ड्रेनेज सिस्टम) इन्हें शरीर से बाहर निकाल देता है.
LDL: भ्रष्ट पुलिसवाला
अब इस कहानी में एक और किरदार जुड़ता है वो है LDL (खराब कोलेस्ट्रॉल). यह पुलिसवाला तो है लेकिन यह भ्रष्ट है और काम गुंडों जैसा करता है. ये जेल में बंद कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड को फिर से सड़कों पर लाकर छोड़ देता है.
यानी कि जब अच्छा पुलिसवाला (HDL) कम होता है और बुरा पुलिसवाला (LDL) बढ़ जाता है, पूरा शहर यानी शरीर को मुसीबत में डालने लगता है.
गुंडों (कोलेस्ट्रॉल) को कम कैसे करें?
डॉक्टर का कहना है, 'अगर अच्छे पुलिसवालों की संख्या बढ़ानी है और गुंडों को कम करना है तो आपको रोजाना पैदल चलना होगा. आपका हर एक कदम HDL (अच्छा पुलिसवाला) को बढ़ाता है और और कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड, LDL जैसे गुंडों को कम करता है.
जैसे ही ये गुंडे कम होंगे तो आपका हार्ट सुरक्षित रहेगा, ब्लॉकेज का खतरा घटेगा और शरीर फिर से एनर्जेटिक महसूस करेगा.
शहर (शरीर) को सुरक्षित रखने के लिए क्या ना खाएं और क्या खाएं?
नमक, चीनी, मैदा, डेयरी प्रोडक्ट्स और प्रोसेस्ड फूड खाने से बचें. सब्जियां, दालें, बीन्स, ड्राई फ्रूट्स, कोल्ड-प्रेस्ड तेल और फल का सेवन अधिक करें.
शहर (शरीर) को और कौन सी चीज साफ रखती हैं
आप अपनी उम्र, बीता हुआ समय और अपनी शिकायतों को भूल जाएं. अपना परिवार, अपने दोस्त, सकारात्मक सोच, साफ घर भी आपके शहर यानी शरीर को सुंदर बनाते हैं.
हमेशा मुस्कुराते रहना, अपनी क्षमता के हिसाब से नियमित एक्टिविटी और वजन कंट्रोल ये 3 बेसिक आदतों को जरूर अपनाएं.
प्यास के अलावा भी पानी पिएं, थकने पर रेस्ट करें, बीमार होने के अलावा नियमित टेस्ट कराते रहं, खुद पर विश्वास रखें, हमेशा पॉजिटिव रहें.
कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए?
| कोलेस्ट्रॉल लेवल | हेल्दी | जोखिम | खतरनाक |
| टोटल कोलेस्ट्रॉल | 200 से कम | 200-239 | 240 से अधिक |
| LDL कोलेस्ट्रॉल | 100 से कम | 100-159 | 160 से अधिक |
| HDL कोलेस्ट्रॉल | 60 से अधिक | पुरुष 40-59, महिला 50-59 | पुरुष 40 से कम, महिला 50 से कम |
सोर्स: क्लीवलैंड क्लीनिक