पहलगाम हमले के बाद भारत की ओर से स्थगित की गई सिंधु जल संधि को लेकर चर्चा हो रही है कि इसका पाकिस्तान पर क्या फर्क पड़ेगा. इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया है जिसमें किसी इंडोर स्टेडियम में हजारों मुसलमान इकट्ठा हो गए हैं.
वीडियो में आगे कुछ और भी क्लिप्स हैं जिनमें सड़कों पर भी मुस्लिमों का जमावड़ा देखा जा सकता है. वीडियो के बैकग्राउंड में एक शख्स बोल रहा है, “अपना फैसला वापस लीजिए जनाब-ए-जज, वरना ये मुल्क जाएगा अंधेर की तरफ”.
ऐसा कहा जा रहा है कि पानी बंद होने के बाद पाकिस्तान के ये मुसलमान इस तरह इकट्ठा होकर भारत सरकार से फैसला वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
इस दावे के साथ वीडियो को तमाम लोग इंस्टाग्राम पर शेयर कर चुके हैं.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो न तो पाकिस्तान का है और न ही इसका सिंधु जल संधि के स्थगित होने से कोई लेना-देना है.
कैसे पता की सच्चाई?
कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें पता चला कि इस वीडियो को पिछले महीने मार्च और दिसंबर 2024 में कई लोगों ने शेयर किया था. इतनी बात तो यहीं साफ हो जाती है कि ये वीडियो पहलगाम हमले से पहले का है.
इसके बाद हमें वायरल वीडियो से मिलता-जुलता एक और वीडियो 4 नवंबर, 2024 के एक इंस्टाग्राम पोस्ट में मिला. इसमें बताया गया है कि ये दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम का वीडियो है, जहां जमीयत उलेमा-ए-हिंद के ‘संविधान बचाओ सम्मेलन’ में हजारों लोग शामिल हुए थे. उस समय कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इसी जानकरी के साथ वायरल वीडियो जैसे और भी कई वीडियो शेयर किए थे.
उस समय इस कार्यक्रम को लेकर कुछ खबरें भी छपी थीं. ‘एबीपी न्यूज’ की एक वीडियो रिपोर्ट में बताया गया है कि 3 नवंबर 2024 को हुए इस ‘संविधान बचाओ सम्मेलन’ में पचास हजार से ज्यादा मुसलमान जमा हुए थे. इसमें वक्फ संशोधन बिल (अब कानून), सांप्रदायिकता, पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी समेत मुस्लिमों से जुड़े कई मुद्दों पर बात हुई थी. सम्मेलन में जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने इन मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी.
साफ है, वायरल वीडियो इसी सम्मेलन का है जो दिल्ली में नवंबर 2024 में हुआ था.
क्या पाकिस्तान में रुक चुका है भारत से जाने वाला पानी?
सिंधु जल संधि को स्थगित करना एक बड़ा कूटनीतिक कदम है. लेकिन, ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ और ‘दैनिक भास्कर’ की खबर के मुताबिक भारत, पाकिस्तान की ओर बहने वाला पानी फिलहाल रोक नहीं सकता. ऐसा इसलिए क्योंकि नदियों के इस पानी को इकट्ठा करने या इसका रास्ता बदलने के लिए भारत के पास इन्फ्रास्ट्रक्चर या कहें तो बड़े बांध नहीं है. इसलिए, फिलहाल ये कहना गलत है कि पाकिस्तान में पानी की किल्लत होने लगी है. अगर मौजूदा बांध के जरिए भारत इस पानी को रोकने की कोशिश करता है तो इससे भारत के पंजाब और जम्मू-कश्मीर में बाढ़ आने का खतरा बन जाएगा.