राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना में हेराफेरी होने का आरोप लगाया था. पार्टी ने वोटों की रीकाउंटिंग की मांग भी उठाई थी. इसी के मद्देनजर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में आक्रोशित भीड़ को सड़क पर नारेबाजी के साथ मार्च करते हुए देखा जा सकता है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि बिहार में ये विरोध प्रदर्शन वोटों की रीकाउंटिंग को लेकर हो रहा है.
वीडियो को शेयर करते हुए सोशल मीडिया यूज़र्स कैप्शन में लिख रहे हैं, "#रीकांउटिंग को लेकर बिहार की जनता में भारी आक्रोश देखने को मिली #बिहार_मांगें_रिकॉउंटिंग वीडियो पटना कि".
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. वीडियो बिहार का ही है लेकिन मतगणना से पहले का है, जब मुंगेर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए गोलीकांड के खिलाफ जनता ने प्रदर्शन किया था.
इस वीडियो को भ्रामक दावे के फेसबुक पर काफी शेयर किया जा रहा है. पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
क्या है सच्चाई?
हमने पाया कि पोस्ट के कमेंट सेक्शन में एक व्यक्ति ने लिखा था कि ये वीडियो मुंगेर का है. कुछ कीवर्ड्स की मदद से हमें 'Dynamite News Hindi' नाम के एक वेरिफाइड फेसबुक पेज पर एक वीडियो मिला. इस वीडियो की शुरुआत के 20 सेकंड बाद वायरल वीडियो वाला हिस्सा देखा जा सकता है. इस वीडियो को 29 अक्टूबर को अपलोड किया गया था. यहां दी गई जानकारी के मुताबिक ये वीडियो बिहार के मुंगेर का है.
27 अक्टूबर को मुंगेर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और श्रद्धालुओं के बीच विवाद हो गया था. इसके बाद खबर आई कि विवाद में पुलिस ने कथित तौर पर गोली चलाई जिसमें एक युवक की मौत हो गई. इसी गोलीकांड को लेकर मुंगेर में जनता ने हिंसक प्रदर्शन किया था. वायरल वीडियो भी इसी विरोध का हिस्सा है. बिहार चुनाव के चलते इस घटना ने उस समय काफी सुर्खियां बटोरी थीं.
गोलीकांड के खिलाफ हुए इस हिंसक प्रदर्शन के कई वीडियो इंटरनेट पर मौजूद हैं. ये बात भी गौर करने वाली है कि बिहार में मतगणना 10 नवंबर को हुई थी और ये वीडियो मतगणना के पहले से इंटरनेट पर है. इसलिए कहा जा सकता है कि वीडियो का मतगणना से कोई लेना देना नहीं है.