तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने हाल ही में बयान दिया था कि सनातन का सिर्फ विरोध ही नहीं करना चाहिए बल्कि उसे समाप्त ही कर देना चाहिए. इस बयान के सामने आते ही देशभर के कई हिंदू संगठनों और नेताओं ने इसे लेकर आक्रोश जाहिर किया. कई जगह उदयनिधि के पुतले जलाए गए और मामला कोर्ट तक पहुंच गया.
इन सबके बीच किसी सड़क पर नाचते-झूमते हुए लोगों की भारी भीड़ का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इस भीड़ में कुछ लोगों ने भगवा रंग के कपड़े पहन रखे हैं. कुछ भगवा झंडे भी लहराते हुए दिख रहे हैं. इसे शेयर करते हुए कहा जा रहा है कि ये नजारा तमिलनाडु का है जहां सनातन धर्म अपनी जड़ें मजबूत कर रहा है.
मिसाल के तौर पर, एक ट्विटर यूजर ने ये वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "सनातन की तमिलनाडू में दहाड़ शुरू ... ये है तमिलनाडू गणेश उत्सव. स्टॅलिन का डर का अंदाज लगाइए." इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

''आजतक'' फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो तमिलनाडु का नहीं बल्कि मुंबई, महाराष्ट्र का है. ये गणपति आगमन के दौरान रोहित माली नाम के एक सिनेमैटोग्राफर ने बनाया था.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कुछ लोगों ने लिखा है कि ये मुंबई में चिंतामणि गणपति के आगमन का नजारा है.

इसके अलावा, वायरल वीडियो को गौर से देखने पर इसमें एक जगह 'चिंतामणि आगमन' और '@rohiitt0.7' लिखा देखा जा सकता है. '@rohiitt0.7' को इंटरनेट पर सर्च करने से हमें पता लगा कि इस नाम से रोहित माली नाम के एक शख्स का इंस्टाग्राम अकाउंट है.

इस अकाउंट पर नौ सितंबर को वायरल वीडियो पोस्ट किया गया था. साथ ही, कैप्शन में लिखा गया था, 'चिंचपोकली चा चिंतामणि 2023'.
मुंबई के चिंचपोकली इलाके में दत्ताराम लाड मार्ग पर लगने वाला पंडाल ‘चिंचपोकली चा चिंतामणि’ नाम से मशहूर है. यहां लोग साल 1920 से गणपति की स्थापना कर रहे हैं.
इस बारे में और जानकारी पाने के लिए हमने रोहित माली से संपर्क किया. उन्होंने ''आजतक'' को बताया कि ये वीडियो उन्होंने नौ सितंबर को चिंतामणि गणपति आगमन के दौरान लालबाग, मुंबई में बनाया था. रोहित अठारह साल के हैं और मुंबई के डोम्बिवली इलाके में रहते हैं.
‘चिंचपोकली चा चिंतामणि’ के आगमन कार्यक्रम के बारे में ''मिड डे'' ने नौ सितंबर को एक वीडियो रिपोर्ट अपलोड की थी. इस रिपोर्ट के दृश्य वायरल वीडियो से काफी मिलते-जुलते हैं.
कुल मिलाकर हमारी पड़ताल से ये बात साबित हो जाती है कि ये वीडियो तमिलनाडु का नहीं बल्कि महाराष्ट्र का है.