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फैक्ट चेक: क्या कराची में एक चीनी ने बेरहमी से की पाकिस्तानी की पिटाई?

इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. वीडियो लगभग चार साल पुराना है और संभवत: मलेशिया का है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
कराची में नकली पेट्रोल बिल जमा करने पर पाकिस्तानी ड्राइवर की पिटाई करते चीनी इंजीनियर का वीडियो.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
वायरल वीडियो लगभग चार साल पुराना है और पाकिस्तान से नहीं है. इसके मलेशिया के होने की सबसे ज्यादा संभावना है.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक शख्स दूसरे को लाठी से निर्दयतापूर्वक पीटता हुआ दिख रहा है. मार खा रहा शख्स दर्द से चिल्ला रहा है और हाथ जोड़कर नहीं मारने की अपील कर रहा है. 50 सेकेंड के इस वीडियो में पीला टी-शर्ट पहने एक और आदमी खड़ा दिखता है, लेकिन वह कोई हस्तक्षेप नहीं करता.

ट्विटर यूजर “Zaidu” ने यह वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “ग्राफिक कंटेंट: कराची में नकली पेट्रोल बिल जमा करने के लिए पाकिस्तानी ड्राइवर की पिटाई करता चीनी इंजीनियर वीडियो में कैद हुआ. CPC के तहत पॉवर चाइना गांसु एनर्जी कंपनी के इंजीनियर पाकिस्तान आए थे. मेरे प्यारे पाकिस्तानी भाइयों और बहनों, हमें इस व्यवहार के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए”.

इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. वीडियो लगभग चार साल पुराना है और संभवत: मलेशिया का है. इसके अलावा, “Zaidu” एक व्यंग्यात्मक ट्विटर हैंडल है जो मजाक करने के लिए जानबूझकर फर्जी पोस्ट करता है. इसका जिक्र इस ट्विटर हैंडल के बायो में भी है.

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कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे सही समझा और गलत दावे के साथ ही इसे शेयर कर रहे हैं. “News18 ” ने भी इस वायरल पोस्ट को सही माना और इसे अपने चैनल पर और सोशल मीडिया पर प्रसारित किया. हालांकि, बाद में इसने अपने फेसबुक और यूट्यूब से यह पोस्ट डिलीट कर दी.

AFWA की पड़ताल

इनविड टूल की मदद से हमने वीडियो के की फ्रेम्स सर्च किए और पाया कि यह वीडियो इंटरनेट पर नवंबर, 2016 से ही मौजूद है. इस वीडियो को 27 नवंबर, 2016 से लेकर 29 नवंबर, 2016 के बीच कई म​लेशियाई सोशल मीडिया यूजर्स शेयर कर चुके हैं.

कई मलेशियाई न्यूज वेबसाइट जैसे “The Star ” और “Says ” ने इस वीडियो के बारे में नवंबर, 2016 में खबरें भी प्रकाशित की थीं. हालांकि, इन खबरों में यह नहीं बताया ​गया है कि ये वीडियो वास्तव में किस जगह का है.

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“Says” की रिपोर्ट में कहा गया है, “ऐसा माना जा रहा है कि हमलावर एक एम्प्लॉयर था और उसे पता चला कि पीड़ित, जो कि एक विदेशी कर्मचारी है, काम के दौरान लापरवाही बरत रहा था.”

उसी समय “The Straits Times ” ने रिपोर्ट की थी कि मलेशियाई पुलिस भी वायरल वीडियो के बारे में जानकारी जुटा रही थी क्योंकि घटना के पीछे का कारण और जगह के बारे में कुछ भी मालूम नहीं था.

हालांकि, कुछ इंटरनेट यूजर्स ने बताया कि यह घटना मलेशिया की थी, क्योंकि वीडियो में एक व्यक्ति द्वारा पहनी गई पीली टी-शर्ट में “Bersih 5” का लोगो है. “Bersih 5” मलेशिया में हुई एक रैली थी, जिसके तहत 19 नवंबर, 2016 को​साफ-सुथरा और निष्पक्ष चुनाव के लिए शांतिपूर्ण विरोध किया गया था.

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साथ ही हमें वायरल वीडियो के संबंध में पाकिस्तानी मीडिया की कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं मिली. हमें इस घटना के सही स्थान का पता नहीं चल सका, लेकिन यह निश्चित है कि वीडियो पाकिस्तान का नहीं है. बहुत संभवना है कि यह वीडियो मलेशिया में किसी जगह का हो.

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आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
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