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फैक्ट चेक: वाराणसी के इस वीडियो में वकीलों ने जिस शख्स को पीटा, वो एसडीएम नहीं है

कोर्ट परिसर जैसी दिख रही जगह में एक व्यक्ति की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इसे शेयर करने वालों की मानें तो ये वाराणसी के एक कोर्ट का नजारा है जहां कुछ वकीलों ने एसडीएम की पिटाई कर दी.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
ये वाराणसी में एसडीएम की पिटाई का वीडियो है.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये एसडीएम की नहीं, बल्कि वाराणसी की एक तहसील कोर्ट में वकीलों द्वारा एक पेशकर की पिटाई का वीडियो है.

कोर्ट परिसर जैसी दिख रही जगह में एक व्यक्ति की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वीडियो को ध्यान से देखने पर लगता है जैसे वकीलों की भीड़ किसी शख्स को पीट रही हो. इसे शेयर करने वालों की मानें तो ये वाराणसी के एक कोर्ट का नजारा है जहां कुछ वकीलों ने एसडीएम की पिटाई कर दी.

इसे शेयर करते हुए एक फेसबुक यूजर ने लिखा, “लखनऊ कोर्टरूम में खुलेआम अपराधी की गोली मारकर हत्या का वीडियो सारी दुनिया ने देखा था. लेकिन इस बार वकीलों ने SDM साहब को उनकी ही कोर्ट में धुन दिया. वायरल वीडियो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के संसदीय क्षेत्र काशी का बताया जा रहा है.”

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि इस वीडियो में दिख रहा शख्स, जिसके साथ वकीलों ने मारपीट की, वो एसडीएम नहीं, बल्कि तहसील कोर्ट में नियुक्त एक रीडर है.

कैसे पता लगाई सच्चाई? 

वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इस मामले से संबंधित 19 जुलाई की आजतक की रिपोर्ट मिली. इसमें वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट्स भी मौजूद हैं. रिपोर्ट में वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के गोमती जोन के डीसीपी मनीष सांडिल्य के हवाले से बताया गया है कि ये घटना वाराणसी के राजातालाब तहसील के एसडीएम (न्यायिक) कोर्ट में हुई. 9 जुलाई, 2024 को इसके संबंध में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी, जिसमें इसे, पेशकर प्रशांत कुमार सोनकर के साथ मारपीट का मामला बताया गया था. इस मामले में राजातालाब थाने में सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें मारपीट के अलावा एससी-एसटी की धाराएं भी शामिल हैं.

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प्रशांत ने आरोप लगाया कि अधिवक्ता सर्वजीत भारद्वाज ने अपने जूनियर अधिवक्ता मनोज भारद्वाज, मनोज राजभर, राकेश राजभर और अन्य अधिवक्ताओं के साथ मिलकर उन्हें पीटा. इसकी वजह से उनके कान से खून बहने लगा और वो बेहोश हो गए. प्रशांत का आरोप है कि सर्वजीत उन पर जबरदस्ती अपने पक्ष में आदेश कराने का दबाव बना रहे थे. 

अमर उजाला की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस घटना के बाद, पेशकर के खिलाफ मुकदमा दर्ज न होने से नाराज वकीलों ने चार घंटे तक नेशनल हाइवे को जाम कर विरोध प्रदर्शन भी किया. दरअसल, इन वकीलों ने पेशकर पर घूस लेने का आरोप लगाया था. 

वकीलों का कहना है कि पेशकर काम के बदले पैसे मांगता है. जब किसी क्लाइंट ने अपने वकील से शिकायत की कि पेशकर घूस मांग रहा है, तो इससे आक्रोशित वकील पेशकर के पास पहुंच गए. वहां उसने कथित रूप से उनके साथ बदतमीजी की. इससे वहां इकट्ठा वकील और भड़क गए और उसकी पिटाई कर दी.
 
साफ है, वाराणसी में पेशकर की पिटाई के वीडियो को एसडीएम की पिटाई से संबंधित बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.
 

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