सोशल मीडिया पर एक वीडियो घूम रहा है, जिसमें सड़क पर हजारों लोगों का हुजूम देखा जा सकता है. यह वीडियो काफी ऊंचाई से लिया गया है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस (NRC) और नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (NPR) के खिलाफ दिल्ली में मुस्लिमों की रैली का है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा झूठा है. यह वीडियो दिल्ली का नहीं, बल्कि ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी के जनाजे का है. ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी हाल ही में इराक में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए थे.
फेसबुक यूजर “A Rehman Shaik” ने वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा है, “दिल्ली रैली मुस्लिम्स. NPR Nrc के खिलाफ”. स्टोरी लिखे जाने तक इस पोस्ट को 13000 बार देखा जा चुका है और 1200 से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है. पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
AFWA की पड़ताल
InVID टूल की मदद से हमने वायरल वीडियो का एक कीफ्रेम रिवर्स सर्च किया तो हमें “Los Angeles Times ” की एक रिपोर्ट मिली जिसमें इसी वीडियो का ही एक फ्रेम मौजूद है.
Los Angeles Times की एक रिपोर्ट
इस लेख के मुताबिक, यह तस्वीर दक्षिण पश्चिम ईरान के अहवाज शहर की है. जहां 5 जनवरी को जनरल कासिम सुलेमानी के जनाजे में हजारों की तादाद में लोग जमा हुए थे. कासिम सुलेमानी 3 जनवरी को अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए थे.
हमें “The Telegraph” का एक यूट्यूब वीडियो भी मिला. जिसमें बदले हुए एंगल से वही विजुअल्स देखे जा सकते हैं. वीडियो के शीर्षक में लिखा गया है, “ईरानी जनरल सुलेमानी के भव्य शवयात्रा में हजारों ने हिस्सा लिया”.
वायरल वीडियो में भीड़ के बीच में ईरानी झंडा भी देखा जा सकता है. यह भी इस बात का सबूत है कि यह वीडियो ईरान का है. हालांकि, भारत में एनआरसी, एनपीआर और नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं, लेकिन यह वीडियो दिल्ली का नहीं है.