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फैक्ट चेक: राम मंदिर के पास पिछड़े-दलितों व आदिवासियों के चप्पल पहनने पर नहीं है कोई रोक, फर्जी पोस्ट वायरल

अयोध्या में राम मंदिर को लेकर एक भ्रामक जानकारी वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि राम मंदिर के 14 किलोमीटर के दायरे में एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय के लोगों का चप्पल पहनकर चलना प्रतिबंधित है.  

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
अयोध्या में राम मंदिर के 14 किलोमीटर के दायरे में एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय के लोगों का चप्पल पहनकर चलना प्रतिबंधित है.
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सच्चाई
सरकार या राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है. ये पूरी तरह बेबुनियाद है. 

अयोध्या में हुए राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को एक हफ्ते से ज्यादा हो चुका है, लेकिन इससे जुड़ी भ्रामक खबरें लगातार वायरल हो रही हैं. इसी कड़ी में अब एक पोस्ट के जरिए फर्जी दावा किया जा रहा है कि राम मंदिर के 14 किलोमीटर के दायरे में एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय के लोगों का चप्पल पहनकर चलना प्रतिबंधित है.  

फाइल फोटो

वायरल पोस्ट में योगी आदित्यनाथ की फोटो का इस्तेमाल किया गया है. देखने में ऐसा लग रहा है कि यह आदेश योगी सरकार ने दिया है. 

इंस्टाग्राम पर इस पोस्ट को तमाम लोग शेयर कर चुके हैं. इसे सच मानते हए लोग तंज कस रहे हैं कि अब राम राज्य में पिछड़े और दलितों को गुलामों की तरह रहना पड़ेगा. 

फाइल फोटो

सर्च करने पर हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली जिसमें ऐसे किसी सरकार के आदेश का जिक्र हो. अगर इस तरह का आदेश वाकई दिया गया होता तो यह बहुत बड़ी खबर बनती, इसे लेकर हंगमा होता और तमाम रिपोर्ट्स छपतीं. 

इस बारे में हमने अयोध्या के आईजी प्रवीण कुमार से भी बात की. उन्होंने भी इस दावे को कोरी बकवास बताया. प्रवीण का कहना था कि इस तरह की फर्जी जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी.

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राम मंदिर ट्रस्ट के ऑफिस इंचार्ज प्रकाश गुप्ता ने भी हमें बताया कि ट्रस्ट की तरफ से इस तरह का कोई आदेश नहीं दिया गया है. 

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