आस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने 4-0 से वाइटवाश को ध्यान में रखते हुए कहा कि उनकी टीम सचिन तेंदुलकर से किसी तरह की सहानुभूति नहीं दिखायेगी और जो चौथे टेस्ट मैच के दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के समय नाबाद थे और अपने 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक को पूरा करने के लिये बेताब हैं.
आस्ट्रेलियाई पारी में 210 रन बनाने वाले क्लार्क ने कहा, ‘नहीं. निश्चित तौर पर हम उनके प्रति किसी तरह की सहानुभूति नहीं दिखाएंगे. हम यहां मैच जीतने के लिये आये हैं. वह बेहतरीन खिलाड़ी हैं और इस विकेट पर उन्हें आउट करना वास्तव में मुश्किल होगा लेकिन हमें उन्हें दो बार आउट करने के लिये कोई न कोई रास्ता ढूंढना होगा.’
तेंदुलकर भले ही अब भी क्रीज पर हों लेकिन वीरेंद्र सहवाग (18) और राहुल द्रविड़ (एक रन) टीम की मदद नहीं कर पाये. उन्होंने कहा, ‘सहवाग बहुत अच्छा खिलाड़ी है. उनका रन बनाने का तरीका बिल्कुल अलग है. उन्हें काफी सफलता मिली हुई है. जहां तक द्रविड़ को आउट करने का सवाल है, मैं नहीं जानता कि वह कैसे महसूस कर रहे हैं. विशेषकर हमने प्रत्येक बल्लेबाज के लिये रणनीति बनायी है और अभी तक हम इसे लागू करने में सफल रहे हैं.’
क्लार्क ने कहा, ‘हमारे लिये दो विकेट हासिल करना वास्तव में अच्छी शुरुआत है. लेकिन अभी काफी कुछ किया जाना बाकी है.’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन इसका दूसरा पहलू भी है कि इस पिच पर 20 विकेट लेने के लिये काफी कड़ी मेहनत करनी होगी.’ इस श्रृंखला में दूसरी बार क्लार्क और पोंटिंग ने बड़ी साझेदारी निभायी. उन्होंने सिडनी में 288 रन जोड़े थे और अब यह 386 रन की भागीदारी की.
क्लार्क ने कहा, ‘दोनों के एक साथ बल्लेबाजी करते हुए रन बनाना अच्छा लगता है. हम लंबे समय से एक दूसरे को जानते हैं और साथ में काफी क्रिकेट खेल चुके हैं. पिछली गर्मियों में अपने प्रदर्शन से हम दोनों निराश थे. हमने अपने खेल में सुधार करने के लिये काफी कड़ी मेहनत की.’
उन्होंने कहा, ‘हम एक दूसरे के खेल को अच्छी तरह से जानते हैं इसलिए यदि लगता है कि हम मदद कर सकते हैं तो हम जो भी देखते हैं उससे एक दूसरे को जरूर अवगत कराते हैं. हम बल्लेबाजी करते समय एक दूसरे से काफी बात करते हैं और एक दूसरे को सलाह देते रहे हैं.’