फिरकी के जादूगर और भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया. दो महीने पहले हितों के टकराव को लेकर उनके पद पर रहने को लेकर विवाद पैदा हुआ था.
कुंबले का इस्तीफा बीसीसीआई की कार्यसमिति ने स्वीकार भी कर लिया है. पंजाब क्रिकेट संघ के महासचिव एम पी पांडोव को एनसीए का कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया है.
कुंबले ने इस्तीफे का आधिकारिक कारण ‘समय का अभाव’ बताया है चूंकि वह कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के अध्यक्ष, आईपीएल की रायल चैलेंजर्स बेंगलूर के मेंटर होने के साथ अपनी कंपनी ‘टेनविक’ भी देखते हैं. यह कंपनी कर्नाटक के खिलाड़ियों आर विनय और एस अराविंद का प्रबंधन देखती है.
कुछ महीने पहले ऐसी खबरें थी कि केएससीए अध्यक्ष पद पर रहने के कारण कुंबले के ‘हितों का टकराव’ हो रहा हैं क्योंकि वह एक ऐसी कंपनी के मालिक हैं जो कर्नाटक के शीर्ष खिलाड़ियों का प्रबंधन देखती है.
बोर्ड के कुछ शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि एनसीए की कार्यप्रणाली को लेकर कुंबले के बीसीसीआई के आला अधिकारियों से मतभेद हो गए थे चूंकि एनसीए अब चोटिल भारतीय खिलाड़ियों का रिहैबिलिटेशन सेंटर बनकर रह गया है.
उन्होंने कहा, ‘बीसीसीआई के आला अधिकारियों का मानना है कि जूनियर स्तर पर कोचिंग का विकेंद्रीकरण होना चाहिये. इससे एनसीए का रूतबा कम हो सकता था क्योंकि यही से जूनियर खिलाड़ियों को तराशा जाता है.’