यूरो कप फुटबॉल टूर्नामेंट में ग्रुप ए के मैच में चेक गणराज्य ने 2004 के यूरो चैंपियन यूनान को 2-1 से शिकस्त देकर टूर्नामेंट में अपनी उम्मीदों को बरकरार रखा है. इस तरह चेक गणराज्य ने यूनान से 2004 के यूरो कप के सेमीफाइनल में मिली हार का हिसाब भी चुकता कर लिया.
चेक गणराज्य ने खेल की शुरुआत में ही दनादन दो गोल दागकर सबको हतप्रभ कर दिया. चेक गणराज्य ने शुरुआती छह मिनट के अंदर दो गोल दागकर यूनान के खिलाफ मध्यांतर तक 2-0 की महत्वपूर्ण बढ़त बना ली थी.
पीटर यिरात्सेक ने खेल के तीसरे मिनट में ही चेक गणराज्य की तरफ से पहला गोल किया जबकि इसके तीन मिनट बाद वैकलाव पिलार ने टीम की बढ़त 2-0 की. यूनान को चोटिल एवराम पाडाडोपोलोस और निलंबित सोक्राटिस पापास्टाथोपोलोस की कमी खली और चेक गणराज्य ने इसका फायदा उठाकर उसके मिडफील्ड को जल्द ही तितर बितर कर दिया.
यिरात्सेक को पहला गोल करने में कोई परेशानी नहीं हुई. उन्हें थामस हब्समैन के पास पर बायें पांव से करारा शॉट जमाकर गोल में डाला. यूनानी गोलकीपर कोस्टास चालकियास के पास उसे बचाने का कोई मौका नहीं था. पिलार ने इसके तुरंत बाद टूर्नामेंट में अपना दूसरा गोल किया.
हाफ टाइम के कुछ देर बाद ही 53 वें मिनट में सामारस के शॉट को समझने में चेक गणराज्य के गोलकीपर गलती कर बैठे और थियोफेनिस गेकास ने इसका फायदा उठाकर गोल दाग दिया. हालांकि इसके बाद यूनान बराबरी करने में भी नाकाम रहा. पिलार के इस गोल में हालांकि चालकियास की चूक ने ज्यादा भूमिका निभायी.
थियोडोर गेब्रे सेलासी के दायीं तरफ से दिये गये पास को चालकियास आसानी से बचा सकते थे लेकिन वह इसमें नाकाम रहे और पिलार ने उस पर गोल कर दिया.
हालांकि ग्रीस के जियोरगोस फोटाकिस ने 40वें मिनट में टीम के लिये पहला गोल दाग दिया था लेकिन उन्हें आफ साइड करार दे दिया गया और इस तरह से यह गोल अमान्य हो गया.
चेक गणराज्य पहले मैच में रूस से 1-4 से हार गया था और उसे टूर्नामेंट में बने रहने के लिये यूनान पर हर हाल में जीत दर्ज करनी थी. यूनान ने अपना पहला मैच सह मेजबान पोलैंड से 1-1 से ड्रा खेला था. अब चेक और रूस दोनों ही अपने ग्रुप में 3-3 अंकों के साथ शीर्ष पर चल रहे हैं.