eAgenda Aaj Tak: मेदांता हॉस्पिटल के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर नरेश त्रेहान ने आज तक के ई-एजेंडा कार्यक्रम के 'जान है तो जहान है' सत्र में कोरोना वायरस संक्रमण की दर पर काबू रखते हुए लॉकडाउन हटाने को लेकर चर्चा की. उन्होंने कहा कि देश में कोरोना वायरस के संक्रमण की दर को बढ़ने से रोकने के लिए लॉकडाउन का फैसला बेहद जरूरी था. देश में लॉकडाउन हटाने से पहले कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट, यलो जोन और ग्रीन जोन की पहचान करनी होगी.
डॉक्टर नरेश त्रेहान ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से ही भारत में संक्रमण कम फैला और कोरोना के मामलों में कमी आई है. डॉक्टर त्रेहान कहा कि लॉकडाउन की वजह से लोगों को तकलीफ हो रही है. लोगों को पर्याप्त खाना नहीं मिल पा रहा है और आर्थिक रूप से भी लोगों पर इसका असर पड़ रहा है. लेकिन कोरोना को कंट्रोल करने के लिए ये कदम उठाए जाने जरूरी हैं. उन्होंने कहा कि 3 मई के बाद कोरोना के आंकड़ों को देखते हुए ही लॉकडाउन खोलने का फैसला लेना चाहिए.
लॉकडाउन से टूटी कोरोना की चेन, हॉटस्पॉट भी आए पकड़ में
मेदांता हॉस्पिटल के डॉ. त्रेहान ने कहा कि अगर लॉकडाउन नहीं होता तो हमारी मुसीबत बहुत बढ़ जाती. लॉकडाउन का एक फायदा ये हुआ कि चेन टूट रही है. आप अगर उन देशों से तुलना करेंगे जहां लॉकडाउन लागू नहीं किया गया तो वहां बहुत तेजी से संक्रमण फैला. दूसरा फायदा ये है कि कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट की पहचान कर ली गई है. अब सरकार उन हॉटस्पॉट को नहीं खोलेगी, जब तक उसमें ड्रॉप नहीं होगा. लॉकडाउन को हटाने से पहले हमें हॉटस्पॉट, ग्रीन जोन और येलो जोन को अलग करना होगा. लॉकडाउन को एक साथ बिल्कुल नहीं हटाना चाहिए. अगर हम फार्मिंग सेक्टर को खोलने का फैसला करते हैं तो उसकी पूरी चेन को ध्यान में रखना चाहिए, जैसे- कटाई से लेकर मंडी तक सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों पर अमल हो पा रहा है या नहीं. अगर हम सोशल डिस्टेंसिंग और बाकी नियमों का अमल सुनिश्चित कर पाते हैं तो हम धीरे-धीरे बाकी सेक्टरों को भी खोल सकते हैं.
ये भी पढ़ें: देश में कब और कैसे खुलना चाहिए लॉकडाउन? हेल्थ एक्सपर्ट ने दी ये राय
दिल्ली में 3 मई को खुलेगा लॉकडाउन?
क्या दिल्ली अभी 3 मई को लॉकडाउन खोलने के लिए तैयार है? इस सवाल पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है, 1 या 2 तारीख को ही फैसला हो पाएगा. लेकिन दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले दोगुने होने की अवधि लगातार बढ़ रही है. दिल्ली में पहले कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तीन दिन के अंदर दोगुने हो रहे थे और अब 13 दिन में डबल हो रहा है. अभी स्थिति संतोषजनक है. लॉकडाउन के फैसला करने से पहले डबलिंग रेट को भी देखना होगा.