नौशाद.. ये नाम सुनते ही जेहन में गूंजने लगते हैं सैकड़ों तराने, जिन्हें अपनी धुनों से तराशा था नौशाद साहब ने. मुहम्मद रफी, सुरैया और लता मंगेशकर की आवाज को उन्होंने नई बुलंदी दी. उनकी धुनों में बसती थी भारतीय संस्कृति और शास्त्रीय संगीत की आत्मा.