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सीनियर एक्टर संजय गांधी का दर्द, मांगने पर मिला बालिका वधू में रोल, फीस सुनकर छोड़ा शो

कोरोना के इस काल में कई एक्टर्स काम की तलाश में भटक रहे हैं, शूटिंग के ठप हो जाने के बाद कई शोज ऑफ एयर हो गए हैं, तो कई नए प्रॉजेक्ट्स अधर में लटक चुके हैं. हालांकि कई बेरोजगार हुए एक्टर्स की मजबूरी का फायदा उठाते हुए उन्हें आधे फीस व कम फीस में काम का ऑफर दे रहे हैं. कई एक्टर्स राजी हो रहे हैं, तो कईयों ने इस ज्यादती के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की है.

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संजय गांधी
संजय गांधी

संजय गांधी टीवी इंडस्ट्री का जाना-पहचाना नाम है. संजय आखिरी बार नागिन 4 में नजर आए थे. उसके बाद से लॉकडाउन की वजह से संजय घर पर खाली बैठे हैं. संजय काम की तलाश में हैं और सीनियर एक्टर होने के बावजूद काम मांगने में कोई हिचक नहीं है. हाल ही में संजय ने खुद बालिका बधू के लिए राइटर को अप्रोच किया था. हालांकि वहां से अपनी फीस कोट सुनकर उनके होश उड़ गए.

ऑडिशन देने के बाद मैं फाइनल कर लिया गया था 

संजय इस पर बात करते हुए कहते हैं, मुझे लगता है कि इस पर बात करनी चाहिए. मुझे बालिका बधू 2 के लिए बुलाया गया. मैं इस शो के राइटर द्वारा रिकेमंड किया गया था. मैं उस वक्त जॉबलेस था,तो मुझे काम मांगने में कोई हिचक नहीं थी. मैंने ही राइटर को बताया कि मैं काम करने के इच्छुक हूं और उसे अपनी कुछ तस्वीरें भी भेजीं. उन्होंने इस बात की अश्योरिटी भी दी कि आप पूरी तरह से किरदार के लिए परफेक्ट है. आपको जल्द ही टीम से कॉल किया जाएगा. मुझे कॉल भी आया और उन्होंने कहा कि आपका ऑडिशन लेना होगा. चूंकि मैंने खुद काम मांगा था, तो मैं ऑडिशन, लुक टेस्ट के लिए भी तैयार हो गया. ऑडिशन बहुत अच्छा हुआ, उन्होंने चार शॉट लिए, दो अलग-अलग सीन्स किए. ऑडिशन के बाद उन्होंने कहा कि आप दाढ़ी बढ़ाते रहें. मैंने अनुमान लगा लिया था कि मेरा सिलेक्शन हो गया है. टीम से फिर कॉल आया और उन्होंने कहा कि आपका मेन रोल है, जिस तरह बालिका बधू में सुरेखा शिकरी जी का किरदार था, वैसे ही इस सीजन में हम आपको मेल रोल में ले रहे हैं.

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उन्होंने फीस जो बताई, वो आज से पंद्रह साल पहले मैं लेता था 

मैं भी काफी खुश था. बात पैसे पर आई, मैंने सबकुछ उनपर छोड़ दिया. उन्होंंने ही कहा मेन रोल है, तो वे ही डिसाइड कर मुझे पैसे बता दें. मैं यहां खुद पैसे भी कोट कर नहीं सकता था क्योंकि मैंने ही उनसे जाकर काम मांगा था. इंडस्ट्री के इस प्रोटोकॉल से भी वाकिफ हूं कि यहां अगर आप काम मांगते हैं, तो फीस के डिमांड का हक खो देते हैं. उन्होंने दोबारा कॉल कर मुझसे कहा कि आपको 8 हजार रुपये प्रति शो के मिलेंगे. फीस सुनकर मैं काफी शॉक्ड हो गया. मैंने कहा, थैंक्यू नो प्रॉब्लम... मैंने प्रॉडक्शन से बात की क्योंकि मैं पहले भी उनके साथ दो प्रॉजेक्ट पर काम कर चुका था. उन्होंने भी हाथ खड़े कर लिये. यहां मैंने अपने आत्मसम्मान को साइड में रखते हुए उनसे कहा कि मैं चार साल पुराने प्रॉजेक्ट के प्राइस पर काम कर सकता हूं. उसके लिए भी राजी नहीं हुए. यह बहुत ही आपत्तिजनक स्थिति हो गई थी. आप ही बताएं, अगर ऐसा चलता रहा, तो यह कब तक मैं सरवाइव कर पाऊंगा. मैं काम खोता जा रहा हूं. अपनी डिग्निटी खो रहा हूं. गुस्से से ज्यादा  उनके विहेवियर ने मुझे हर्ट किया है. यह फीस तो आज से पंद्रह साल पहले लिया करता था. मुझे लगा वापस से मैं पीछे ढकेल दिया गया हूं. 

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