टीवी का सबसे कॉन्ट्रोवर्शियल रियलिटी शो 'बिग बॉस' हर साल अपने फैंस के लिए कुछ अलग करने की कोशिश करता रहता है. दर्शकों को एंटरटेन करना और उन्हें ट्विस्ट एंड टर्नस में उलझाए रखना, ये इस शो का काम है. शो में हर साल नए कंटेस्टेंट्स की एंट्री होती रहती है. हर कोई इस शो से अपने करियर को चमकाने की कोशिश करता है. शो में कौन सेलेब्रिटी आता है और किसे कैसे अप्रोच किया जाता है? इसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी होती है.
आज हम आपको बिग बॉस शो की 'बैकबोन' यानी शो की असली टीम से रूबरू कराएंगे जिनके दिमाग और क्रिएटिविटी के कारण ही आज बिग बॉस शो इतना बड़ा बन पाया है.
बिग बॉस के क्रिएटिव डायरेक्टर संग खास बातचीत
सास बहू बेटियां की टीम ने बिग बॉस शो के क्रिएटिव डायरेक्टर तुषार जोशी संग खास बातचीत की है. उन्होंने शो से जुड़ी कई सारी बातों का खुलासा भी किया है जिसके बारे में किसी को पता नहीं होता. हर शो को खड़ा करने वाली एक टीम होती है जिसका काम होता है शो को बैकएंड से सही चलाना. जो भी रुकावटें शो में आ रही होती हैं, उसे एक टीम अपनी क्रिएटिविटी से दूर करती है.
तुषार जोशी ने अपने काम के बारे में बात करते हुए कहा, 'हमारा काम ये है कि शो को क्रिएटिवली आगे लेकर जाना है. अगर हम शो की बात करें तो हिंदी बिग बॉस में हम बाकी भाषाओं जैसा काम नहीं करते हैं. उनकी हर डिपार्टमेंट की एक टीम होती है. हम लोग सभी काम एकसाथ किया करते हैं. हमें सभी के साथ बैठकर अगले हफ्ते के लिए प्लान बनाना पड़ता है. हम शो को किस दिशा में लेकर जाएंगे ये सब भी देखना पड़ता है.'
देखें बिग बॉस के क्रिएटिव डायरेक्टर की सास बहू बेटियां संग खास बातचीत:
कैसे लाते हैं बिग बॉस शो में एंटरटेनमेंट का तड़का?
बिग बॉस का शो पूरी तरह से रियल होता है. इसमें टीवी सीरियल की तरह कहानी को बदला नहीं जा सकता. तुषार ने आगे बताया कि अगर किसी को ऐसा लगता है कि बिग बॉस शो में एंटरटेनमेंट की कमी को पूरा करना आसान है, तो ऐसा नहीं है. अगर हमारी कास्टिंग सही है तो काफी आसान हो जाता है. लेकिन अगर कास्टिंग ठीक नहीं हुई होती तो बहुत कुछ बदलना और करना पड़ता है. वाइल्ड कार्ड एंट्री लेकर आते हैं, शो में ट्विस्ट लाने की कोशिश होती है. नया एंगल खोजा जाता है.'
'अगर आप खासकर बिग बॉस हिंदी की बात जानना चाहते हैं तो हमारा सबसे बड़ा चैलेंज होता है लोगों की उम्मीद. आप नहीं कह सकते कि ये शो नहीं चला. ये टीवी का सबसे लंबा चलने वाला रियलिटी शो है. तो हर साल कुछ नया लाना एक चैलेंज है. हिंदी ऑडियंस आपको मौका नहीं देती ये सोचने का कि ठीक है इतने सालों से चलता आ रहा है शो, कोई बात नहीं हम देखेंगे, ऐसा नहीं है. जनता सीधा आपका काम रिजेक्ट कर देती है. वो अपने दिमाग में क्लियर हैं. हमारे लिए व्यूअरशिप बहुत बड़ा प्रेशर है.'
क्या बिग बॉस स्क्रिप्टेड है?
काफी सालों से हमने सुना है कि बिग बॉस शो स्क्रिप्टेड होता है. अब क्या शो स्क्रिप्टेड होता है या नहीं, तुषार ने इसपर भी बात की है. जाते-जाते उन्होंने कहा, 'जी हां हमने भी बहुत सुना है. इसका सही जवाब जो मैं आपको दे सकता हूं वो यही है कि नहीं शो स्क्रिप्टेड नहीं होता. अब हम किस-किसको कैसे समझाए ये बात. मुझे लगता है कि जिस दिन से ये शो स्क्रिप्ट होना शुरू हो जाएगा, उस दिन आप खुद सामने से आकर हमारी गलतियां बताने लगेंगे. हमारे भी मूड पर होता है. अगर कोई समझना चाहता है तो हम समझा देते हैं, लेकिन अगर नहीं तो हम भी बोल देते हैं कि हां स्क्रिप्टेड है.'
बिग बॉस का अब 18वां सीजन चल रहा है. शो में लोगों को उतना मजा नहीं आ रहा है जिसके लिए शो के मेकर्स काफी कुछ अलग करने की कोशिश कर रहे हैं. अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या शो के क्रिएटर्स शो में फिर से एंटरटेनमेंट का तड़का डाल पाएंगे या नहीं.