हिजाब को लेकर देशभर में हंगामा मचा हुआ है. मुस्लिम समुदाय की लड़कियों के हिजाब पहनने पर बवाल बढ़ता ही जा रहा है. कर्नाटक हिजाब विवाद की गूंज अब देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सुनाई देने लगी है. कई लोग मुस्लिम महिलाओं के पारंपरिक लिबास हिजाब पहनने पर उन्हें सपोर्ट कर रहे हैं तो कई लोग इसके खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हिजाब सिर्फ मुस्लिम समुदाय की आम लड़कियां ही नहीं पहनती हैं, बल्कि एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से ताल्लुक रखने वाली कई लड़कियां भी हिजाब पहनती हैं.
टीवी के मोस्ट पॉपुलर एक्टर शोएब इब्राहिम की बहन और दीपिका कक्कड़ की ननद सबा इब्राहिम भी लंबे समय से हिजाब पहन रही हैं. सबा इंस्टाग्राम के साथ यूट्यूब पर भी काफी एक्टिव रहती हैं. सबा अपने यूट्यूब चैनल पर फैंस के साथ इंटरेस्टिंग व्लॉग शेयर करती रहती हैं.
शोएब इब्राहिम की बहन सबा इब्राहिम ने हाल ही में अपने एक व्लॉग में हिजाब पहनने की वजह फैंस को बताई. My Hijab Story टाइल नाम के व्लॉग में सबा ने बताया- मैंने हिजाब पहनना 2 साल पहले शुरू किया था, जब कोविड आया था. मैं रमजान में हमेशा अपने सिर को कवर करती थी. लेकिन ईद का चांद दिखते ही मैं हिजाब हटाकर मार्केट में शॉपिंग करने जाती थी. उस वक्त मेरे दिल में ऐसे ख्याल आते थे कि पूरे रमजान क्यों किया है और अब क्यों हटा रही हूं.
सबा ने कहा- मैं स्कूल टाइम में और कॉलेज टाइम में भी अपना सिर कवर रखती थी. उस वक्त मेरा वजन ज्यादा था, तो कई बार लोग मुझे आंटी कहने लगे थे. लेकिन उस वक्त इतनी समझ नहीं थी. अब सब आंटी कहते हैं तो फर्क नहीं पड़ता. लेकिन उस वक्त जब लोगों ने आंटी कहा तो दिल पर लग गया तो मैंने सोचा अब तो बाल खोलकर बाहर जाएंगे.
सबा ने कहा- लेकिन जब कोविड आया तो मेरे अंदर इतना ज्यादा डर बैठ गया था कि अब क्या होगा. दुनिया खत्म हो जाएगी. अब तो हम मर जाएंगे. ऐसे-ऐसे वीडियो सामने आते थे कि लोग मर रहे हैं. जब आपको ऐसा लगता है कि अब तो आप मर जाओगे, अब कुछ नहीं बचेगा तो उस वक्त आपको सिर्फ अल्लाह दिखाई देता है.
सबा ने कहा- मैं उस टाइम सिर्फ इबादत करती थी. अल्लाह से दुआ करती थी. उस वक्त मैंने सोचा कि जब इतनी परेशानी में मैं अल्लाह से दुआएं कर रही हूं. अल्लाह ने मुझे बचाया और जब चीजें अच्छी हो जाएंगी तो मैं खुद को क्यों बदलूं. मैंने सोचा मुसीबत में हम अल्लाह से प्रॉमिस करते हैं, लेकिन जब अच्छा वक्त आता है तो भूल जाते हैं. तब मैंने सोचा कि मैंने अल्लाह से दुआ की है और सब कुछ सही हो रहा है तो अब में हमेशा अपने सिर को कवर करके रखूंगी.
क्या घरवालों ने हिजाब के लिए फोर्स किया?
सबा ने बताया कि हिजाब पहनने के लिए उनके घरवालों ने कभी उन्हें फोर्स नहीं किया. ये उनका खुद का फैसला था.
सबा ने कहा कि कभी-कभी लोग उनपर कमेंट करते हैं कि टकली हो क्या? बाल नहीं हैं क्या? तो ऐसे कमेंट्स से उन्हें बुरा लगता है. लेकिन कभी उन्होंने अपना फैसला बदलने की कोशिश नहीं की. सबा ने यह भी बताया कि हिजाब पहनने पर उन्हें काम में कभी कोई परेशानी नहीं आई है.
सबा ने कहा- इंडिया में रहकर अभी तक मुझे किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा है. बहुत जगह में न्यूज में सुनती हूं कि ऐसा हो रहा है. बस यही दुआ है कि ये सब चीजें ना हों, क्योंकि ये तो कपड़े हैं ना आपको जो पहनना है पहनिए. किसी को जब छोटे कपड़े पहनने पर नहीं रोका जा सकता है, तो जब कोई ढक कर आ रहा है तो उसे क्यों रोका जा रहा है. ये उसकी बॉडी है, उसे जो पहनना है वो पहन सकता है. बस यही उम्मीद है कि अगर इस तरह कहीं हो रहा है तो वो बहुत गलत है, नहीं होना चाहिए. हर एक इंसान की अपनी च्वॉइस है.