पाकिस्तान की एक्ट्रेस मेहविश हयात ने नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में आयोजित एक अवॉर्ड शो में बॉलीवुड-हॉलीवुड पर जमकर निशाना साधा है. यहां मेहविश को नॉर्वे की प्रधानमंत्री एर्ना सोल्बर्ग ने प्राइड ऑफ परफॉर्मेंस अवॉर्ड से सम्मानित किया. इवेंट में मेहविश ने बॉलीवुड और हॉलीवुड की फिल्मों पर पाकिस्तान की गलत छवि पेश करने का आरोप लगाया.
मेहविश का कहना है कि भारत की कई सारी फिल्मों में पाकिस्तान को खलनायक के तौर पर दिखाया जाता है. एक्ट्रेस ने कहा- ''हमारा पड़ोसी मुल्क दुनिया की बड़ी फिल्म इंडस्ट्री में शुमार है. इस ताकत का इस्तेमाल वे दोनों मुल्कों को साथ लाने में कर सकते थे."
"लेकिन उन्होंने क्या किया? उन्होंने कई फिल्में बनाई जिनमें पाकिस्तान की गलत छवि दिखाई गई. बॉलीवुड सिनेमा का इस्तेमाल आपसी समझ को बढ़ावा देने के लिए कर सकता था.''
Bollywood could have used cinema to promote mutual understanding instead of vilifying us as they do. They need to decide which is more important - nationalistic fervour or a peaceful future . pic.twitter.com/EzcK4L0zWD
— Mehwish Hayat TI (@MehwishHayat) August 11, 2019
एक्ट्रेस ने कहा, ''मैं समझती हूं कि दोनों देशों का इतिहास, राजनीति को देखते हुए न्यूट्रल रहना मुश्किल है. ऐसा करने से वे देशभक्त नहीं दिखेंगे. लेकिन हमें अपनी आने वाली पीढ़ी को शांति देने के लिए राष्ट्रवाद से ऊपर उठना होगा और स्टैंड लेना होगा. हमारे पड़ोसियों को सोचना होगा कि वे राष्ट्रवादी जोश चाहते हैं या एक शांतिपूर्ण भविष्य? हमारे पीएम इमरान कह चुके हैं कि अगर भारत एक कदम बढ़ाएगा तो वे 10 कदम बढ़ाने को तैयार हैं.''
I was honoured to address distinguished guests in Oslo & talk abt film & peace.Also spoke abt how films frm Hollywood & our neighbours hv vilified Pakistan to a point that even I don't recognise the country that they show.Y is nobdy showing the sacrifices we hv made war on terror pic.twitter.com/hA6V1Q5m0q
— Mehwish Hayat TI (@MehwishHayat) August 11, 2019
हॉलीवुड पर निशाना साधते हुए मेहविश ने कहा- ''हॉलीवुड ने मेरे देश पाकिस्तान को जिस तरह से दर्शाया, उसकी क्षति को स्वीकार करना होगा. मैं पॉजिटिव दिखाने को नहीं कह रही, लेकिन फिल्मों में पाकिस्तान को संतुलित तरीके से तो दर्शाया जा सकता है. बंदूक चलाने वाले आतंकियों या लाचार महिलाओं के अलावा भी हमारे देश में बहुत चीजें हैं.''
सोशल मीडिया में मेहविश का बयान चर्चा में है.