संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' के समर्थन में मुंबई के गोरेगांव स्थित फ़िल्मसिटी में 16 नवंबर को प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन की तारीख को खिसका दिया गया है. अब 23 नवंबर को सांकेतिक विरोध किया जाएगा.
ये फैसला इंडियन फ़िल्म एंड टेलेविज़न एसोसिएशन ने लिया है. जानकारी के मुताबिक 23 नवंबर को शाम 4 बजे से 4.15 के बीच 15 मिनट के लिए विरोध किया जाएगा. इस दौरान पूरी तरह से शूटिंग रोक दी जाएगी और हर सेट पर लाइट्स बंद कर पद्मावती के समर्थन में विरोध किया जाएगा. बता दें कि सोमवार को मुंबई में टीवी और फिल्मों से जुड़े पांच संगठनों ने पद्मावती पर जारी विरोध को गलत ठहराया था. इस दौरान सभी ने सरकार से अनुरोध किया कि भंसाली को उनकी फिल्म रिलीज करने के लिए सुरक्षित माहौल देना चाहिए. मीटिंग के दौरान संगठनों ने सर्व सम्मति से भंसाली की फिल्म को सपोर्ट किया.
पद्मावती को MNS का सपोर्ट, अशोक पंडित ने भंसाली के लिए मांगी सुरक्षा
बीजेपी विधायक के संगठन ने किया विरोध
हालांकि गुरुवार को बीजेपी विधायक के नेतृत्व में चलने वाले एक संगठन ने इतिहास के नाम पर भंसाली पर गलत तथ्य पेश करने का आरोप लगाया. मजदूरों के संगठन का नेतृत्व करने वाले राम कदम ने कहा, इतिहास के साथ छेडछाड बर्दाश्त नहीं है. अगर भंसाली ऐसा करते हैं तो हम भविष्य में उनकी फिल्मों की शूटिंग का बहिष्कार करेंगे.
राज ठाकरे ने समर्थन दिया, अशोक पंडित ने चिट्ठी लिखी
इस बीच बुधवार को राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने भंसाली की फिल्म पद्मावती को समर्थन दिया. उधर, इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन के अशोक पंडित ने एक चिट्ठी लिखकर भंसाली के लिए सुरक्षा की मांग की. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को लिखी चिट्ठी में सुरक्षा की मांग के साथ ही महाराष्ट्र में भंसाली को बिना व्यवधान के फिल्म रिलीज करने का माहौल भी देने की मांग की.
सिनेमाघर जलाने की धमकी
इस बीच बुधवार को भी देश के अलग-अलग क्षेत्रों में पद्मावती के खिलाफ राजपूत संगठनों ने विरोध किया. करणी सेना के चीफ ने धमकी दी कि अगर फिल्म रिलीज की जाती है तो सिनेमाघर को जला देंगे. बेंगलुरु में करणी सेना ने जुलुस निकालकर फिल्म बैन करने की मांग की.
करणी सेना जान देने पर उतारू, धमकी दी- 'अगर पद्मावती रिलीज हुई तो जला देंगे सिनेमाघर'
हर हाल में रिलीज होगी फिल्म
दीपिका ने कहा, 'फिल्म की रिलीज बहुत जरूरी है और इसे रिलीज होने से कोई नहीं रोक सकता.' दीपिका ने कहा, 'एक महिला के रूप में मैं इस फिल्म का हिस्सा बनकर और इस कहानी को दुनिया को बताने के लिहाज से बेहद गर्व महसूस कर रही हूं. ये एक ऐसी कहानी है जिसे जरूर बताया जाना चाहिए.'
दीपिका ने यह सवाल भी किया, 'हम एक राष्ट्र के रूप में कहां पहुंच गए हैं? ये डरावना है, ये बहुत डरावना है, हम आगे बढ़ने के बदले पीछे जा रहे हैं. हमारी अगर किसी को जवाबदेही है तो वह सिर्फ सेंसर बोर्ड को है और मैं जानती हूं और मुझे पूरा विश्वास है कि इस फिल्म को रिलीज होने से कोई नहीं रोक सकता. ये सिर्फ पद्मावती से संबंधित नहीं हैं बल्कि हम एक बहुत बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं.'
सफाई दे चुके हैं भंसाली
बता दें कि पद्मावती में अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मिनी के बीच ड्रीम सीक्वेंस को लेकर विवाद था जिस पर मेकर्स की ओर से सफाई आ चुकी है. भंसाली ने हाल ही में सोशल मीडिया में एक बार फिर कहा कि फिल्म में इस तरह का कोई सीक्वेंस नहीं है. ये फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होनी है.