यशराज की बचना ऐ हसीनो और श्याम बेनेगल की 'वेल डन अब्बा' में काम करने के बाद दिल्ली की पंजाबी कुड़ी मिनिषा लांबा का जोश इस कदर उफान पर आ गया था कि नंबर वन हीरोइन बनने की बातों पर उनकी मुस्कराहट और आंखों की चमक कई गुना बढ़ गई थी.
लेकिन ये सब उनके गुजरे अतीत का हिस्सा हैं. आज उन्हें एक नई फिल्म के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है. लंबे इंतजार के बाद उन्हें एक नई फिल्म मिली, जिससे वे खुश तो हैं, लेकिन उन्हें यह बात मायूस कर रही है कि फिल्म में उनके साथ नया हीरो होगा.
उन्हें उम्मीद थी कि कोई खान सुपर स्टार नहीं तो कम से कम इमरान, रणबीर या फिर शाहिद, विवेक या कोई ऐसा हीरो हो, जिसके साथ उनको जोड़ी जमाने में मजा आए, मगर ऐसा हुआ नहीं. अंततः लांबा ने नए हीरो के साथ काम करने के लिए भी हामी भर दी. शायद ऐसी ही मजबूरी के लिए कहा गया है-हारे को हरिनाम!