भारत यूट्यूब के लिए बहुत बड़ा मार्केट है और ऐसे तमाम यूट्यूबर्स हैं जो इसके जरिए लाखों की आमदनी कर रहे हैं. इंडिया टुडे कॉनक्लेव 2019 में मॉड्रेटर सुशांत मेहता से बातचीत के दौरान भारत के बेस्ट यूट्यूबर्स में से एक अजय नागर उर्फ कैरीमिनाती व प्राजकता कोली ने अपनी सक्सेस के फॉर्मूलों का खुलासा किया. प्राजकता ने बताया कि उन्होंने कभी भी ये सोचकर शुरू नहीं किया था कि वह एक एंट्रप्रिन्योर बनना चाहती हैं. वह एक फेल रेडियो जॉकी थीं. उन्होंने कहा वह हमेशा से रेडियो जॉकी बनना चाहती थीं.
प्राजकता ने बताया कि वह हमेशा से ये सोचा करती थीं कि वह बेस्ट रेडियो जॉकी बनेंगी. एक दिन जब उन्हें अपना शो मिला तो उन्हें लगा कि उन्होंने क्या किया है. वो एक भयानक शो था और पता नहीं कोई इसे सुनेगा भी या नहीं. उनके बॉस ने उन्हें जाने के लिए कह दिया था. प्राजकता ने बताया कि महज 6 साल की उम्र में उन्होंने रेडियो जॉकी बनने का फैसला कर लिया था और सब कुछ उसी हिसाब से प्लान हो चुका था. हालांकि जब ये प्लान चौपट हो गया तो वह सोच में थीं कि अब क्या करना है.
प्राजकता ने कहा, "इसी बीच यूट्यूब उनके रास्ते में आया. वह रेडियो चैनल में अपना काम समेट रही थीं जब उनसे किसी ने कहा कि तुम बहुत फनी हो. अपना यूट्यूब चैनल शुरू क्यों नहीं करती हो?" प्राजकता ने कहा कि उन्हें लगा कि एक चीज जिसे पूरी तरह प्लान किया गया था जब उसने काम नहीं किया. उसके बाद उन्होंने फरवरी 2015 में काम शुरू किया था और वो सफल हो गईं.
इसके बाद कैरीमिनाती ने अपनी शुरुआत के बारे में बताते हुए कहा कि उन्होंने अपने स्कूल और जिंदगी की बाकी पूरी फ्रस्ट्रेशन उन्होंने अपने कॉन्टेंट की तरफ मोड़ दी थी. उन्होंने बताया कि वह 2008 से यूट्यूब पर वीडियो अपलोड कर रहे हैं. वह शुरू में गेमिंग वीडियो बनाते थे जिसके बाद उन्होंने सनी देओल को इमीटेट करना शुरू कर दिया और इसके बाद उन्होंने लोगों को रोस्ट करना शुरू कर दिया. इस सब को पूरी तरह कर पाने में मुझे 12-15 साल लगे हैं.
प्राजकता ने बताया कि वक्त के साथ ये काफी फैल चुका है. एक वक्त था जब 30 हजार सबस्क्राइबर पा लेना ही इकलौता सपना हुआ करता था. बातचीत के दौरान कैरीमिनाती ने बताया कि अपने यूजर्स और अपने एडवर्टाइजर्स को खुश रखने के लिए कुछ ऐसा तरीका अपनाना पड़ता है जिससे वह एंटरटेन भी हों और मैसेज भी लोगों तक पहुंच जाए.