रामानंद सागर की रामायण रोज कुछ ना कुछ रिकॉर्ड तोड़ रही है. इतने सालों बाद भी इसे दर्शकों का वही प्यार मिल रहा है जो तीन दशक पहले मिला था. शो का हर किरदार आज भी उतना ही लोकप्रिय है जितना कभी उस जमाने में हुआ करता था. शो की सफलता को इसी बात से समझा जा सकता है कि रामायण ने गेम ऑफ थ्रोन्स को भी पीछे छोड़ दिया है.
इस खबर से रामायण में सीता का किरदार निभाने वालीं दीपिका चिखलिया की खुशी का कोई ठिकाना नहीं हैं. दीपिका को इस बात की खुशी है कि रामायण ने एक विदेशी शो को पीछे छोड़ दिया है. IANS को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा- मैं इस खबर से बहुत खुश हूं. गेम ऑफ थ्रोन्स एक ऐसा शो था जिसे हर किसी ने देखा था लेकिन अब रामायण ने उसे भी पीछे छोड़ दिया है. मैं बहुत ज्यादा खुश हूं. ये जबरदस्त खबर है.
जब दीपिका से पूछा गया कि इस सफलता का कारण क्या है, इस पर वो कहती हैं- मैंने कभी सोचा नहीं इस तरह. मैं ज्यादा सोचती नहीं हूं. लेकिन मुझे लगता है कहानी और बैकग्राउंड ने बड़ी भूमिका निभाई है. जब लोगों ने रामायण देखना शुरू किया था, तब मुझे मेसेज आते थे कि अब हम भी उस विरासत का हिस्सा बन गए हैं.
दीपिका को ये भी लगता है कि लोगों ने इतने सालों में शो की इतनी तारीफ की है कि इसे लेकर हर किसी में जबरदस्त उत्साह था. इसके चलते जब लॉकडाउन में इसका फिर प्रसारण शुरू हुआ तो इसको उतनी ही सफलता मिली जितनी तब मिली थी.
वहीं रामायण में सीता के किरदार को लेकर भी दीपिका काफी संतुष्ट थी. वो कहती हैं- जब मैंने सीता का रोल प्ले किया था मैं सिर्फ 18 साल की थी, लेकिन फिर भी सभी डायलॉग समझकर बोले थे, मुझ में धैर्य भी काफी था. रामानंद सागर कहा करते थे कि जो अपनी आंखों से एक्टिंग कर सकेगा, वही सीता बन सकता है.
सिर्फ यही नहीं दीपिका चिखलिया ने इंटरव्यू में ये भी कहा कि अगर रामायण कभी दोबारा बनाई जाती है, तो वो उस में सीता का ही किरदार निभाना चाहेंगी.