अगर आप एक वॉलीबॉल मैच देखें तो आपको कितनी सजा मिलेगी? यह सवाल आपको अटपटा लग सकता है, लेकिन ईरान में इस 'जुर्म' के लिए एक लड़की को एक साल कैद की सजा सुनाई गई है.
दरअसल ईरान ने 2012 में महिलाओं के लिए वॉलीबॉल का मैच देखने पर प्रतिबंध
लगा दिया था. वहां महिलाओं के लिए फुटबॉल मैचों पर भी ऐसा ही प्रतिबंध लागू है.
ब्रिटिश-ईरानी मूल की महिला गोन्चे गवामी को सत्ता विरोधी प्रचार करने का दोषी पाया गया और उन्हें एक साल जेल की सजा सुनाई गई.
इस प्रतिबंध के पीछे ईरानी प्रशासन की दलील भी दकियानूसी थी. उनका कहना था कि महिलाओं को पुरुष फैंस की भद्दी हरकतों से बचाने के लिए यह फैसला लिया गया है.
25 वर्षीय गोंचे वेस्ट लंदन के शेफर्ड बुश की रहने वाली हैं.
गोंचे गवामी लंदन स्कूल ऑफ अफ्रीकन एंड ओरिएंटल स्टडीज से ग्रेजुएट हैं.
गोंचे के पक्ष में सोशल मीडिया पर दुनिया भर से आवाज बुलंद की जा रही है.
यहां तक कि ब्रिटिश सरकार भी मामले पर नजर बनाए हुए है.
वह महिलाओं के उस समूह का हिस्सा थीं जिसने 20 जून को ईरान और इटली के बीच हुए वॉलीबॉल मैच को देखने का प्रयास किया था.
मानवाधिकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल ने गवामी को तुरंत रिहा करने की मांग
की है. गवामी की रिहाई के लिए अब तक करीब 7 लाख लोग ऑनलाइन अर्जी पर साइन
कर चुके हैं.
गवामी को दोबारा गिरफ्तार किया गया और उनके खिलाफ केस चलाया गया. इसके खिलाफ अक्टूबर में उन्होंने भूख हड़ताल शुरू कर दी.
सभी महिलाओं को उसी वक्त गिरफ्तार कर लिया गया था और कथित रूप से उनके साथ मारपीट भी की गई थी.