शेखर सुमन ने सुशांत केस में एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं. आजतक से बातचीत में शेखर ने सुशांत और उनकी मैनेजर दिशा सालियान के पोस्टमार्टम टाइमिंग को लेकर शंका जताई है. उन्होंने कहना है कि दोनों की मौत कोविड-19 के समय हुआ, जब हर जीवित और मृत शख्स को शक की नजरों से देखा जा रहा था.
शेखर ने सवाल किए कि सुशांत की मैनेजर दिशा सालियान का पोस्टमार्टम 2 दिन में किया गया क्योंकि कोविड-19 का चक्कर था. तो फिर सुशांत के मामले में इतनी जल्दबाजी क्यों दिखाई गई. वहां कोविड-19 का केस अप्लाई नहीं होता क्या. इतनी क्या जल्दी थी कि उनका पोस्टमार्टम तुरंत कर दिया गया. और सुशांत की मौत के बाद जब सुसाइड को लेकर सवाल उठने लगे तो उनके घर को एक महीने बाद सील किया गया. यहां इतनी देरी क्यों.
इस दौरान शेखर ने कई और बातों पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि सुशांत के केस में जिन लोगों से पूछताछ की जा रही है, सबके बयान एक-दूसरे से अलग हैं. चाहे वो सिद्धार्थ पिठानी हो या फिर एंबुलेंस वाला. कोई भी एक बात नहीं कह रहा. इन सब तथ्यों पर ध्यान दें तो ऐसा लगता है कि उन्हें स्क्रिप्ट दी गई थी जिसपर वो ठीक से एक्टिंग नहीं कर पा रहे हैं.
शेखर सुमन ने महेश भट्ट और रिया चक्रवर्ती के वायरल व्हॉट्सएप चैट पर भी बात की. हालांकि उन्होंने महेश भट्ट पर कोई टिप्पणी नहीं की पर इतना जरूर कहा- 'विनाशकाले विपरीत बुद्धि'. शेखर ने इस पर कहा कि महेश के साथ उनके संबंध अच्छे हैं और महेश सुलझे, समझदार इंसान हैं. पर यहां जब रिया के साथ व्हॉट्सएप चैट की बात आती है तो इसमें सीबीआई की जांच ही सही होगी.