बॉलीवुड में तो हम लोग अक्सर फिटनेस फ्रीक एक्टर्स की बातें करते हैं. बाईसेप्स और सिक्स पैक्स की बात करते हैं. ग्लैमर की बात करते हैं. मिस यूनिवर्स, मिस वर्ल्ड की बात करते हैं. उनके बारे में जानने को लेकर काफी उत्सुक रहते हैं. मगर आज हम बात करेंगे देश के पहले मिस यूनिवर्स की.
भारत के पहले मिस्टर यूनिवर्स का नाम है मनोहर आइच. मनोहर आइच का जन्म 17 मार्च, 1912 को बांग्लादेश में हुआ था. उस समय बांग्लादेश भारत का ही अंग था. मनोहर के जीवन के शुरुआती दौर में एक ऐसी घटना घटी जिसने उनका जीवन बदल दिया.
एक्टर को खूब तेज बुखार चढ़ा. इतना तेज की पूरा शरीर कमजोर पड़ गया. यही वो समय था जब मनोहर ने ठान लिया कि उन्हें खूब बॉडी बनानी है. वे फिजिकल फिटनेस एक्सरसाइजेज करने में लग गए.
मनोहर आइच के बारे में जब आप जानेंगे तो पाएंगे कि उन्होंने कई सार मिथक भी तोड़े. मनोहर की हाइट बहुत ज्यादा लंबी नहीं थी. वे सिर्फ 4 फीट, 11 इंच के थे. मगर कहते हैं ना कि मन में हौसला हो तो मंजिल दूर नहीं होती.
आइच ने रॉयल एयर फोर्स ज्वाइन किया. एयर फोर्स के ब्रिटिश ऑफिसर रेयुब मार्टिन से उन्होंने बॉडी बिल्डिंग सीखी. साल 1950 में 38 साल की उम्र में आइच ने Mr. Hercules का अवॉर्ड अपने नाम किया. साल 1952 में उन्हें मिस्टर यूनिवर्स का टाइटल मिला था.
आइच की करतब भी एक से बढ़कर एक होती थीं. गर्दन में स्टील रॉड फंसा के मोड़ देते थे. हाथों से डेढ़ हजार पन्नों की बंद बुक फाड़ देते थे. बंगाली लोग उन्हें देखकर पागल हो जाते थे.
1950 मिस्टर हरक्यूलिस का खिताब जीतने के बाद इनको पॉकेट हरक्यूलिस भी कहा जाता था. मनोहर को उस समय बाहुबली कह कर पुकारा जाता था. ब्रिटिश सरकार भी उनकी प्रतिभा को समझती थी. इसलिए उनकी हमेशा मदद करती थी.
1952 में इन्होंने मिस्टर यूनिवर्स का खिताब तो जीता ही था. इससे पहले 1951 में वे दूसरे नंबर पर रहे थे. 1955 में तीसरे और 1960 में चौथे स्थान पर रहे. जिए भी खूब.