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डर्टी बातों की ट्रिपल डोज है 'क्या कूल हैं हम-3'

आफताब शिवदासानी और तुषार कपूर की पोर्न कॉमेडी क्या कूल हैं हम-3 आज रिलीज हो गई है. फिल्म में डर्टी जोक्स, हॉट सीन और एक गैर-परंपरागत भारतीय परिवार है. आइए जानें कैसी है फिल्म...

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फिल्म 'क्या कूल हैं हम 3' का  पोस्टर
फिल्म 'क्या कूल हैं हम 3' का पोस्टर

रेटिंगः 2.5
डायरेक्टरः उमेश घाडगे
कलाकारः तुषार कपूर, मंदाना करीमी और आफताब शिवदासानी

बॉलीवुड में एडल्ट कॉमेडी बनने लगी हैं और हिट भी हो रही हैं. खास यह कि ये फिल्में वन मैन ओरिएंटेड हो गई हैं. यह एक आदमी है मिलाप झावेरी. अधिकतर फिल्मों की कहानी वही लिख रहे हैं. 'मस्ती', 'ग्रैंड मस्ती' जैसी फिल्में लिखने के बाद वे 'क्या कूल हैं हम-3' (डायलॉग लिखे हैं) लेकर आए हैं. इसके बाद उनकी डायरेक्ट की हुई फिल्म 'मस्तीजादे' आने वाली है. कुल मिलाकर एडल्ट कॉमेडी फिल्में सिर्फ एक ही शख्स के ईर्द-गिर्द घूम रही हैं.

ऐसे में उस पर कुछ नया करने का दबाव रहता होगा, और इसीलिए उन्होंने एडल्ट कॉमेडी से एक कदम आगे बढ़ाते हुए पोर्न कॉमेडी की दुनिया में कदम रखा है. फिल्म में ऐसी दुनिया से जुड़ा मजाक है जो हर किसी की जिंदगी से जुड़ी है लेकिन जिसके बारे में सार्वजनिक तौर पर बात करना कोई नहीं चाहता. वैसे भी फिल्म में दिमाग लगाने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि अगर ज्यादा दिमाग लगाया तो हंसना मुश्किल हो जाएगा.

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कहानी में कितना दम
दो पोर्न स्टार हैं आफताब और तुषार. उनमें से एक को इश्क हो जाता है. जिस लड़की से इश्क होता है, उसके पिता पारंपरिक सोच वाले हैं. ऐसे में समस्या पैदा होनी तो लाजिमी है. फिर जब पोर्न लौंडों का परिवार तैयार होता है तो उसके सदस्य भी पोर्न इंडस्ट्री से ही होते हैं. फिर एक ऐसा अजीबोगरीब परिवार बनता है जो राजश्री प्रोडक्शन के परिवार से एकदम उलट होता है लेकिन कोशिश वैसा ही बनने की करता है. इस तरह फिल्म मजेदार करवट लेती है. कहानी की बात की जाए तो कहानी सिर्फ डर्टी जोक्स को दिखाने के लिए रची गई है क्योंकि हर सीन किसी जोक की तरह लगता है. पूरी तरह से उन्हीं चुटकुलों की तरह जो अक्सर मोबाइल पर शेयर होते हैं और जो गुदगुदाते भी हैं. एडल्ट सर्टिफिकेट के नाम पर काफी कुछ होता नजर आता है. वैसे इसमें बॉलीवुड की कई फिल्मों और सितारों का मजाक बनाते भी दिखाया गया है और इससे सलमान खान भी नहीं बच सके हैं.

स्टार अपील
तुषार कपूर और आफताब शिवदासानी एडल्ट कॉमेडी फिल्में कर-कर के इस जॉनर में काफी आगे निकल चुके हैं. सेक्स को लेकर उनके इमोशंस और एक्शंस मजेदार हैं. लेकिन ऐक्टिंग की उनसे ज्यादा उम्मीद नहीं की जा सकती. फिर मंदाना करीमी के लिए करने को कुछ ज्यादा नहीं है. जिसेल, मंदाना और कलाउडिया का मेन काम एक्सपोज करना है, जिसमें डायरेक्टर ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है. कृष्णा अभिषेक एक अच्छे कॉमेडियन है और अक्सर टीवी पर नजर आते रहते हैं तो फिल्म में उन्होंने भी अपने हाथ खूब दिखाए हैं. फिल्म में जितने भी सितारे हैं उन्होंने दिल खोलकर मस्ती की है क्योंकि उनके पास करियर के मामले में कुछ भी खोने को नहीं है सिर्फ कुछ पाने की ही हसरत है.

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कमाई की बात
फिल्म का बजट 15 करोड़ रु. बताया जा रहा है. फिल्म के डांस नंबर्स अच्छे हैं और संगीत से लेकर तेवर तक युवाओं को फोकस करके रचे गए हैं. इस सीरीज की पहली दोनों फिल्में हिट रही हैं. लेकिन फिल्म के लिए यह हफ्ता महत्वपूर्ण रहेगा क्योंकि अगले हफ्ते सनी लियोन की 'मस्तीजादे' रिलीज हो रही है, वह भी एक सेक्स कॉमेडी है. वैसे भी सिनेमा देखने जाने वालों में सबसे बड़ी संख्या युवाओं की हैं. एडल्ट कंटेंट के मद्देनजर फिल्म में यूथ कनेक्शन है और अगर यूथ को फिल्म वल्गर या चीप न लगकर मनोरंजक लग गई तो फिल्म कामयाबी की हैटट्रिक कर सकती है.

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