
एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कई बार एक्ट्रेसेज अपनी रंग, कद काठी को लेकर ट्रोल हुई हैं. खासकर सोशल मीडिया पर अक्सर एक्ट्रेसेज पर पर्सनल अटैक्स होते रहते हैं. कई बार वे खुद ट्रोलर्स को जवाब देकर उनका मुंह बंद करवा देती हैं, तो कई बार उन्हें पुलिस में कंपलेन करती हैं.
लगातार दो सालों से हो रही हैं अपने रंग के लिए अब्यूज
बांगला इंडस्ट्री के देशेर माटी जैसे शो का हिस्सा रहीं टेलीविजन एक्ट्रेस श्रुति दास ने पिछले दो सालों से अपने सांवले रंग के लिए लगातार अब्यूज हो रही हैं. श्रुति को उनके मेसेज बॉक्स पर उनके रंग को लेकर मजाक उड़ाया जाता और कई तरह के अपशब्दों का इस्तेमाल किया जाता है. आखिरकार इन मेसेज से तंग आकर श्रुति ने पुलिस कंपलेन कर दी है. ईमेल के जरिए श्रुति केस दर्ज करवाते हुए लिखती हैं, उन्हें सावंले रंग के लिए मेसेज में कमेंट किए जाते हैं. वे पिछले दो साल से सोशली अब्यूज हो रही हैं.
डिटेल्स अधूरे होने की वजह से एफआईआर फाइल में पुलिस असमर्थ
श्रुति बंगाल के पूर्व वर्धमान कटवा की रहने वाली हैं. पुलिस सोर्स की मानें, तो श्रुति ने कंपलेन में अपने घर का लोकल एड्रेस और बहुत से जरूरी डिटेल्स अधूरे छोड़ दिए हैं. मेल और सोशल मीडिया के जरिये ही पुलिस श्रुति से संपर्क करने की कोशिश कर रही है. ताकि ज्यादा डिटेल मिल पाए और एफआईआर के प्रोसेस की शुरुआत की जाए.

अभी तक आधे-अधूरे इंफोर्मेशन के साथ पुलिस एफआईआर कंपलेन रजिस्टर करवाने में असमर्थ रही है. वे लगातार श्रुति से डिटेल्स के लिए संपर्क में हैं.
अब्यूज करने वाले मेरे ही गांव के हैं
वहीं आजतक बांगला से बात करते हुए श्रुति ने बताया, 'यह मेरे साथ लगातार हो रहा है, इसलिए मैंने सोचा कि इसे खत्म करने का वक्त आ गया है. मैंने ऑनलाइन कंपलेन फाइल की है. बाद में जब पता चला कि जो लड़की मेरे साथ ये हरकत कर रही है, वो मेरे ही होमटाउन की है. उसने और उसके भाई ने मुझसे सॉरी कहा है. हालांकि मैंने अभी इस पर निर्णय नहीं लिया है कि माफ कर दूं या कंपलेन करूं. मेरे परिवार वाले कह रहे हैं, लड़की है माफ कर दो ,लेकिन मुझे ऐसा लिखते वक्त क्या उसने सोचा होगा.'
बॉयफ्रेंड की वजह से नहीं मिली सक्सेस
श्रुति आगे कहती हैं, 'मैंने बहुत स्ट्रगल किया है. इस इंडस्ट्री में आने के लिए काफी मेहनत की है. मैं अपने बॉयफ्रेंड संग 16 साल से रिलेशनशिप में हूं. लेकिन ये आरोप लगाना कि मैं अपने बॉयफ्रेंड की वजह से आज इस मुकाम पर हूं, ये असहनीय है. जैसे कि सावंली लड़की कुछ हासिल ही नहीं कर सकती. मैं इस तरह की सोच रखने वाले लोगों के खिलाफ आवाज उठाना चाहती हूं, रंग की वजह से कईयों के टैलेंट को दरकिनार कर दिया जाता है.'
शो की राइटर भी आई सपोर्ट में
देशेर माटी की राइटर और वेस्ट बंगाल कमिशन की चेयरपर्सन लीना गंगोपाध्याय कहती हैं, 'किसी भी तरह के रेसीज्म सजा मिलनी चाहिए. इसके सपोर्ट में कई कड़े कानून बनाए गए हैं. हम साइबर सेल से जुड़कर इसके खिलाफ एक्शन लेंगे.' लीना आगे कहती हैं, 'ट्रोलिंग और मीम्स तब तक ठीक है जबतक किसी इंसान पर पर्सनल अटैक न किया जा रहा हो. इस केस में आरोपी की पहचान हो गई है. आगे की कार्रवाही के लिए अग्रसर हैं.'
( Report- Prema Rajaram)